क्या देवी काली की मूर्ति खंडित होने पर तुरंत बदलाव किया गया? पश्चिम बंगाल पुलिस
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल पुलिस ने तुरंत नई मूर्ति स्थापित की।
- अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
- सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी का प्रसार हो रहा है।
- कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।
कोलकाता, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल पुलिस ने जयनगर में देवी काली के मंदिर से संबंधित एक घटना पर फैल रही अफवाहों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। पुलिस के अनुसार, कुछ लोग जानबूझकर इस मामले को लेकर भ्रामक और भड़काऊ जानकारी फैला रहे हैं, जबकि वास्तविकता इससे भिन्न है।
पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से बताया कि रविवार सुबह जयनगर के एक मंदिर में देवी काली की मूर्ति खंडित हो गई थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय मंदिर समिति ने स्थानीय पुलिस की सक्रिय सहायता से तुरंत एक नई मूर्ति स्थापित कर दी। पूजा-पाठ और धार्मिक गतिविधियों में किसी प्रकार की रुकावट न आए, इसके लिए प्रशासन ने तत्परता से कदम उठाए।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और शरारत करने वालों की पहचान के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर जानबूझकर भड़काऊ और गलत जानकारी फैलाकर साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी निगरानी रखी जा रही है और जो लोग अफवाह फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने आम नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस ने कहा कि किसी भी जानकारी को बिना पुष्टि के आगे साझा न करें और किसी भी संदिग्ध या भ्रामक पोस्ट की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि इलाके में स्थिति पूरी तरह सामान्य है और कानून-व्यवस्था पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि लोगों की आस्था और धार्मिक भावनाओं की रक्षा करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है, लेकिन इसके साथ ही समाज में सौहार्द और शांति बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है।