क्या कर्नाटक के विजयपुरा में फिर भूकंप के झटके महसूस हुए?
                                सारांश
Key Takeaways
- भूकंप की तीव्रता: 3.1
 - गहराई: 5 किलोमीटर
 - पिछले दो महीनों में: 12 बार झटके
 - क्षेत्र की सक्रियता: सामान्य से कम
 - भारत का भूकंपीय खतरा: 59 प्रतिशत भूमि प्रभावित
 
विजयपुरा, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के विजयपुरा में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की गहराई 5 किलोमीटर थी और इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मंगलवार सुबह 7.49 बजे कर्नाटक के विजयपुरा में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी।"
विजयपुरा जिले में लगातार भूकंपों के कारण स्थानीय लोगों की नींद उड़ी हुई है। पिछले दो महीनों में यहाँ 12 बार झटके महसूस किए जा चुके हैं। हालांकि, इस भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।
कर्नाटक के विजयपुरा जिले में लगातार आने वाले भूकंपों ने स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ा दी है। पिछले दो महीनों में यहाँ 10 से अधिक भूकंपीय हलचलें दर्ज की गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन झटकों की तीव्रता भले ही मध्यम है, लेकिन उनकी आवृत्ति में वृद्धि का खतरा बढ़ा सकती है। वर्तमान में, जनहानि या नुकसान की कोई सूचना नहीं है, फिर भी लोग दहशत में हैं।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि विजयपुरा का यह क्षेत्र सामान्य रूप से भूकंपीय रूप से सक्रिय नहीं माना जाता। फिर भी, लगातार झटके महसूस होना वैज्ञानिकों और प्रशासन दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है। विशेषज्ञ जांच कर रहे हैं ताकि भूकंपों के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा सकें।
भूकंप एक प्राकृतिक घटना है जो बिना किसी पूर्व चेतावनी के घटित होती है। इसमें पृथ्वी की सतह का भयंकर रूप से हिलना शामिल है। जब धरती के नीचे की टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे से दूर जाती हैं, तो भूकंप आता है। यह हलचल पृथ्वी की ऊपरी सतह पर होती है।
वर्तमान भूकंपीय क्षेत्र मानचित्र के अनुसार, भारत की भूमि का 59 प्रतिशत हिस्सा सामान्य से गंभीर भूकंपीय खतरों के अधीन है। भारत की बढ़ती जनसंख्या और अवैज्ञानिक निर्माण, जैसे बहु-मंजिला अपार्टमेंट, बड़े कारखाने, मॉल और मालगोदाम, इसे उच्च जोखिम में डालते हैं।