क्या कर्नाटक में 'फूड पॉइजनिंग' से 80 से अधिक स्कूली बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए?

Click to start listening
क्या कर्नाटक में 'फूड पॉइजनिंग' से 80 से अधिक स्कूली बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए?

सारांश

कर्नाटक में हाल ही में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां 80 से अधिक स्कूली बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। जानें इस घटना की पूरी जानकारी और प्रशासन की कार्रवाई।

Key Takeaways

  • 80 से अधिक बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं।
  • बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
  • स्वास्थ्य अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।
  • सभी छात्र खतरे से बाहर हैं।
  • फूड पॉइजनिंग के कारणों की जांच की जा रही है।

विजयनगर, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के बेलगावी और विजयनगर जिलों में शुक्रवार को विषाक्त भोजन खाने के कारण 80 से अधिक स्कूली बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया।

बेलगावी जिले के हिरेकोडी गांव में स्थित सरकारी मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय के लगभग 60 छात्रों को छात्रावास में नाश्ता करने के बाद अचानक बीमार होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बच्चों ने पेट दर्द और बेचैनी की शिकायत की थी। उन्हें तुरंत चिक्कोडी कस्बे के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। सूत्रों ने पुष्टि की है कि सभी छात्र खतरे से बाहर हैं।

कांग्रेस विधान पार्षद प्रकाश हुक्केरी ने अस्पताल जाकर स्थिति का जायजा लिया। स्वास्थ्य और स्कूल अधिकारियों को अभी तक फूड पॉइजनिंग के सही कारण का पता नहीं चला है।

उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र के विजयनगर जिले के हरपनहल्ली तालुका के ई. बेविनाहल्ली गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय से एक और घटना की सूचना मिली है।

अधिकारियों के अनुसार, स्कूल में गर्म खाना खाने के बाद 25 से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए। कुछ बच्चों को खाना खाते समय उल्टी हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। निवासियों ने आरोप लगाया कि खाने में छिपकली गिर गई थी, जिस पर रसोइयों का ध्यान नहीं गया।

विभिन्न लक्षणों से पीड़ित कई बच्चों को हरपनहल्ली सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ज्यादातर बच्चे ठीक हो गए थे। डॉक्टरों ने बताया कि किसी भी बच्चे में गंभीर लक्षण नहीं दिखे और सभी खतरे से बाहर हैं। आगे की जांच जारी है।

इससे पहले 18 मार्च को मैसूर के मालवल्ली स्थित टी. कागेपुरा में होली उत्सव के लिए तैयार किया गया खाना खाने से दो लोगों की मौत हो गई थी और 40 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए थे। बीमार पड़े छात्रों में 22 मेघालय के थे, जिनमें से दो की मौत हो गई थी।

छात्रों ने गांव में होली के भोज के लिए तैयार किया खाना खाया था।

छात्रों के अलावा 60 लोग भी फूड पॉइजनिंग के कारण बीमार पड़ गए थे। मरीजों ने उल्टी और दस्त की शिकायत की थी। अधिकारियों ने घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

Point of View

और हमें इसे प्राथमिकता देनी चाहिए।
NationPress
12/09/2025

Frequently Asked Questions

फूड पॉइजनिंग क्या है?
फूड पॉइजनिंग बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों के कारण भोजन के सेवन से होने वाली बीमारी है।
फूड पॉइजनिंग के लक्षण क्या होते हैं?
फूड पॉइजनिंग के लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार शामिल होते हैं।
फूड पॉइजनिंग से बचने के उपाय क्या हैं?
साफ-सफाई का ध्यान रखें, ताजा खाना खाएं और उचित तापमान पर भोजन को संग्रहित करें।
बच्चों को फूड पॉइजनिंग से बचाने के लिए क्या करना चाहिए?
बच्चों को केवल सुरक्षित और स्वच्छ भोजन प्रदान करें और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दें।
फूड पॉइजनिंग के इलाज के लिए क्या करना चाहिए?
अगर लक्षण गंभीर हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सामान्य लक्षणों के लिए निर्जलीकरण से बचें और तरल पदार्थ लें।