क्या कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार उद्योगपतियों को धमका रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- डीके शिवकुमार पर उद्योगपतियों को धमकाने का आरोप
- कर्नाटक से फॉक्सकॉन का पलायन
- भाजपा का उद्योगपतियों के पलायन पर चिंता
- राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए गए
- भ्रष्टाचार के मामलों में भी उठे सवाल
बेंगलुरु, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को यह आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार राज्य के उद्योगपतियों को धमका रहे हैं। भाजपा ने इस दौरान कर्नाटक से फॉक्सकॉन को बाहर ले जाने की चर्चाओं का उल्लेख किया।
बेंगलुरु में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष और विधायक बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में एथर एनर्जी समेत कई अन्य कंपनियां राज्य से बाहर चली गई हैं। टोयोटा ने दूसरे राज्य में स्थानांतरित किया, और फॉक्सकॉन की दूसरी इकाई भी कहीं और चली गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि कई उद्योगपति कांग्रेस सरकार की निवेश विरोधी नीतियों के कारण कर्नाटक छोड़ रहे हैं।
विजयेंद्र ने बताया कि फॉक्सकॉन के साथ समझौता भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हुआ था और उन्होंने वर्तमान राज्य सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे और राज्य उद्योग मंत्री एमबी पाटिल से इस पर सवाल किया।
राज्य भाजपा अध्यक्ष ने उपमुख्यमंत्री शिवकुमार पर उद्योगपतियों को धमकाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गुंडागर्दी कर रही है और हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
कर्नाटक के आवास मंत्री जमीर अहमद खान के सहयोगी सरफराज खान पर लोकायुक्त की छापेमारी का उल्लेख करते हुए विजयेंद्र ने कहा कि 14.35 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे और सवाल उठाया कि क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है।
उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस मामले में नरम रुख क्यों अपना रहे हैं।
विजयेंद्र ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।