कठुआ आपदा: क्या मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को मुआवजा मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- कठुआ में आपदा के कारण मुआवजा की घोषणा की गई है।
- मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा।
- गंभीर घायलों को 1 लाख और मामूली घायलों को 50 हजार दिए जाएंगे।
- घर के नुकसान पर भी मुआवजे की व्यवस्था की गई है।
- भारतीय सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्रीनगर, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कठुआ आपदा के संदर्भ में जम्मू-कश्मीर सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए का मुआवजा प्रदान किया जाएगा। गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपए और मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाने का निर्णय लिया गया है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी साझा की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी दी, "कठुआ में हाल ही में आए प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ सहायता के साथ अनुग्रह राशि की भी घोषणा की है। प्रत्येक मृतक के लिए 2 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों के लिए 1 लाख और मामूली घायलों के लिए 50 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी।"
आपदा में घरों को हुए नुकसान के लिए भी मुआवजे की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया, "पूरी तरह क्षतिग्रस्त घरों के लिए 1 लाख रुपए, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 50 हजार रुपए और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 25 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। यह सहायता तत्काल राहत प्रदान करने और प्रभावित परिवारों को जीवन पुनः शुरू करने में मदद करेगी।"
इस बीच, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह कठुआ में बादल फटने के बाद हालातों पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि घायलों को उचित अस्पतालों में पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर के डीआईजी शिवकुमार शर्मा घटनास्थल पर मौजूद हैं और उनके साथ संपर्क में हैं।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, "घायलों को उचित अस्पतालों में पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं का उपयोग किया गया है। 6 घायलों को पठानकोट के अस्पताल में भर्ती कराने के लिए हवाई मार्ग से ले जाया गया है।" उन्होंने आगे कहा, "पुलिस उपमहानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर तैनात हैं और मेरे साथ लगातार संपर्क में हैं। आवश्यकता पड़ने पर आगे की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।"
कठुआ में इस आपदा के बाद भारतीय सेना ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राइजिंग स्टार कोर ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी, "कठुआ में बादल फटने के बाद भारतीय सेना की टुकड़ियां परिवारों की सहायता कर रही हैं, उन्हें भोजन और देखभाल प्रदान कर रही हैं।"