क्या सीट बंटवारे को लेकर केसी त्यागी ने इंडिया गठबंधन पर तंज कसा?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया गठबंधन की स्थिति चिंताजनक है।
- कांग्रेस और राजद के बीच असहमति स्पष्ट है।
- महागठबंधन में आंतरिक कलह बढ़ रही है।
- बिहार की जनता स्थिरता की उम्मीद कर रही है।
- भविष्य में भाजपा को इसका लाभ मिल सकता है।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के चलते जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने इंडिया ब्लॉक गठबंधन पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की नैया डूबने को तैयार है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने ये भी बताया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के बीच स्थिति सामान्य नहीं है। इसके अलावा गठबंधन में शामिल अन्य दल भी असंतुष्ट हैं। इसी कारण एक दल दूसरे दल के खिलाफ एक ही सीट पर उम्मीदवार खड़ा कर रहा है। उन्होंने इसे 'गलाकाट प्रतियोगिता' करार दिया, जिसका परिणाम चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
त्यागी ने सांसद पप्पू यादव के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस और राजद एक-दूसरे के खिलाफ कई सीटों पर उम्मीदवार उतार रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह गठबंधन बिखरने की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में आंतरिक कलह साफ नजर आ रही है। राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाना गठबंधन की कमजोरी को उजागर करता है। बिहार की जनता ऐसी अस्थिरता को स्वीकार नहीं करेगी।
जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन का जिक्र करते हुए कहा कि उनका शासन हिंसा से भरा हुआ है। वे कानून का राज कायम करने में पूरी तरह असफल रही हैं। ऐसी सरकारें विपक्षी संगठनों को दबाने की कोशिश करती हैं, लेकिन जनता इसका जवाब देगी।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के दीपोत्सव को लेकर दिए बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान और आदर होना चाहिए। दीपोत्सव भारतीय परंपरा का प्रतीक है, जो प्रकाश और समृद्धि का संदेश देता है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। कुछ सीटों पर कांग्रेस और राजद ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है। सांसद पप्पू यादव का कहना है कि अगर राजद गठबंधन धर्म का पालन नहीं करती है, तो इसका लाभ भाजपा को होगा।