क्या केंद्रीय मंत्रियों ने उपराष्ट्रपति से मंत्रालयों की उपलब्धियों की जानकारी साझा की?

सारांश
Key Takeaways
- केंद्रीय मंत्रियों ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के साथ मंत्रालयों की जानकारी साझा की।
- बैठक में स्वास्थ्य और रसायन मंत्रालय की उपलब्धियों पर चर्चा हुई।
- प्रधानमंत्री मोदी ने भी उपराष्ट्रपति से मुलाकात की थी।
- सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की थी।
- बैठक का उद्देश्य मंत्रालयों की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना था।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, अनुप्रिया पटेल और प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने उपराष्ट्रपति को मंत्रालयों की उपलब्धियों और योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उपराष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल तथा प्रतापराव जाधव ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के सचिवों के साथ उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
बैठक के दौरान, उन्होंने उपराष्ट्रपति के समक्ष स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की उपलब्धियों, विभिन्न पहलों, योजनाओं और भविष्य की योजनाओं पर एक विस्तार से प्रस्तुति दी।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की थी। उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से कई विषयों पर गहन चर्चा की।
आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित सीपी राधाकृष्णन ने 12 सितंबर को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें शपथ दिलाई। 67 वर्षीय राधाकृष्णन ने 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी।
तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा देने के कारण नियमों के तहत यह चुनाव आवश्यक था। ऐसा इसलिए कि अगले उपराष्ट्रपति का निर्वाचन निवर्तमान उपराष्ट्रपति की पदावधि की समाप्ति के 60 दिनों के भीतर किया जाना होता है। धनखड़ भी इस समारोह में शामिल हुए, जो उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी।