क्या हरिद्वार में गंगा स्नान करने पहुंची खुशबू पाटनी ने भगवान शिव का ध्यान किया?
सारांश
Key Takeaways
- खुशबू पाटनी की हरिद्वार यात्रा ने आध्यात्मिकता को प्रकट किया।
- गंगा स्नान ने उन्हें नई ऊर्जा दी।
- सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रियता प्रेरणादायक है।
- खुशबू ने एक बच्ची को बचाकर एक महत्वपूर्ण कार्य किया।
- उनका विवादित बयान चर्चा का विषय बना।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना की पूर्व सदस्य खुशबू पाटनी सोशल मीडिया पर एक प्रमुख हस्ती बनी हुई हैं। भले ही वे अपनी बहन दिशा पाटनी की तरह मीडिया की चकाचौंध से दूर हैं, लेकिन सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रियता उल्लेखनीय है।
हाल ही में, खुशबू को हरिद्वार में गंगा स्नान करते हुए और वहां के लोकल बाजार का लुत्फ उठाते हुए देखा गया।
खुशबू ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वे अपने आस-पास के बाजार का अनुभव साझा कर रही हैं। वीडियो में वे कहती हैं, "हम हरिद्वार आए हैं, हालांकि हम यहां केवल जल लेने आए थे।" तभी उनकी आंखें वहां खड़े एक चश्मा बेचने वाले पर पड़ती हैं। खुशबू कई चश्मे आजमाती हैं और अंततः एक चश्मा पसंद कर लेती हैं। इसके बाद, वे एक छोटी बच्ची के साथ नजर आती हैं, जो उनके माथे पर चंदन लगाकर त्रिपुंड बनाती है और फिर उन्हें प्यार से गले लगाती है।
वीडियो में खुशबू हरिद्वार के खूबसूरत नजारों को दर्शाती हैं और मां मनसा देवी मंदिर के दर्शन भी कराती हैं। उन्हें हरिद्वार का वातावरण बहुत अच्छा लगा है, क्योंकि उन्हें आध्यात्मिकता के करीब होने का अनुभव हो रहा है। इससे पहले, उन्होंने गंगा स्नान की तस्वीरें भी साझा की थीं।
आपको बता दें कि खुशबू अपनी फिटनेस यात्रा और लोगों की मदद करने के लिए जानी जाती हैं। कुछ महीने पहले, उन्होंने बरेली में एक साल की बच्ची को बचाया था। उन्होंने बच्ची का ध्यान रखा, और पुलिस को सूचना देकर उसके माता-पिता को ढूंढने में मदद की। उनके इस काम के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी सराहा गया। हालांकि, वे प्रेमानंद महाराज के बारे में दिए गए एक कथित बयान के कारण विवादों में भी आई थीं।
खुशबू ने स्पष्ट किया कि उनका बयान अनिरुद्धाचार्य महाराज के बारे में था, जो महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करते हैं। उनके बयान को प्रेमानंद महाराज से न जोड़ा जाए। दरअसल, सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज और खुशबू की वीडियो को एक साथ जोड़कर वायरल किया जा रहा था।