क्या पीएम किसान सम्मान निधि की राशि मिलने से राजस्थान के अन्नदाताओं के चेहरे खिल उठे?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है।
- इस योजना में 6 हजार रुपए सालभर में बैंक खाते में भेजे जाते हैं।
- किसान खाद, बीज और कीटनाशकों की खरीदारी करने में इस राशि का उपयोग करते हैं।
- यह योजना किसानों की आजीविका को सशक्त बनाने में मदद करती है।
- राजस्थान के किसानों ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है।
जयपुर, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर में ‘दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती शिखर सम्मेलन’ में भाग लिया और पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी की। राजस्थान में सम्मान निधि प्राप्त करने के बाद अन्नदाताओं के चेहरे पर खुशी छा गई। उन्होंने इस योजना के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना एक महत्वपूर्ण पहल बन चुकी है, जिसने उनकी खेती में नई ऊर्जा भरी है। सीधे बैंक खातों में सहायता राशि मिलने से किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्राप्त हुई है। हर किस्त के साथ किसान परिवारों का बोझ हल्का होता जा रहा है और उनकी आजीविका में सकारात्मक सुधार हो रहा है।
कोटपूतली के किसान महावीर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी की यह पहल सराहनीय है। वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, और हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
सोनू यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की समस्याओं को समझा है और पिछले दस वर्षों में सभी वर्गों का ध्यान रखा है। अब किसानों को दिन में बिजली मिल रही है, जो पहले बहुत मुश्किल थी।
बीकानेर के किसान प्रेम रत्न सारण ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान निधि योजना किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो रही है। इससे अन्नदाताओं को आर्थिक मदद मिलती है, जिससे वे खाद, बीज और कीटनाशकों की खरीदारी कर सकते हैं। मैं केंद्र और राज्य सरकार का धन्यवाद देना चाहता हूँ। यह योजना खेती के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हो रही है।
रूघाराम ने बताया कि मुझे भी सम्मान निधि मिलती है। यह योजना आगे भी जारी रहनी चाहिए। इससे किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं। श्याम सुंदर ने बताया कि पीएम मोदी सालभर में किसानों के बैंक खातों में 6 हजार रुपए भेजते हैं, जिससे उन्हें बहुत लाभ मिलता है।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत सालभर में किसानों के बैंक खाते में 6 हजार रुपए जमा किए जाते हैं।