क्या किसान सम्मान निधि की राशि से किसानों के चेहरे खिल उठे?

सारांश
Key Takeaways
- किसान सम्मान निधि से किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है।
- यह योजना डीबीटी के माध्यम से कार्य करती है।
- किसान अपनी खेती के लिए जरूरी खर्चों को पूरा कर सकते हैं।
- यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- पीएम मोदी का किसानों के प्रति समर्पण इस योजना में स्पष्ट है।
नई दिल्ली, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी से किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की। इस योजना के अंतर्गत डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों में दो हजार रुपये भेजे गए। योजना की किस्तें प्राप्त होने पर उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों के चेहरे पर खुशी दिखाई दी। उन्होंने कहा कि इससे हम आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं।
किसान कल्लू ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 6 हजार रुपये तीन किस्तों में मिलते हैं। इससे खेती करने में बहुत सहायता मिलती है। इन पैसों का उपयोग हम खेतों में बीज डालने और सिंचाई जैसे कार्यों में करते हैं। इस योजना से हम जैसे किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। पीएम मोदी ने किसानों के लिए बहुत कार्य किए हैं।
किसान इंदरपाल ने बताया कि सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि का उपयोग हम खेतों में दवाई और सिंचाई जैसे कामों में करते हैं। योजना के तहत मिलने वाले पैसों से समय पर खेती की जरूरतों को पूरा किया जाता है। यह योजना किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी है। खेती से बचे पैसों को बच्चों की फीस में लगा देते हैं।
बिहार में भागलपुर के किसानों में खुशबू देवी, इन्द्रशेखर सिंह और मृगेंद्र सिंह इस योजना के तहत किस्त पाकर काफी खुश हैं। भागलपुर के कासिमपुर की निवासी खुशबू देवी कहती हैं कि धान रोपाई के समय पीएम किसान सम्मान की राशि मिलने से बहुत सुविधा होगी। पीएम मोदी का दिल से धन्यवाद।
मनियारपुर नाथनगर के इंद्रदेव और अम्बा शाहकुंड के मृगेन्द्र भी किसान सम्मान राशि पाकर प्रसन्न हैं। लेकिन, वे पीएम से किसान सम्मान राशि बढ़ाने का भी अनुरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि धान की रोपाई करवाई है, मजदूरों का पैसा बकाया है। इन पैसों को रोपाई करने वाले मजदूरों को दूंगा। खेत में खाद भी समय पर देना है। मृगेन्द्र सिंह ने कहा कि इस योजना से मिलने वाला पैसा वरदान के रूप में मिल रहा है। इससे किसान अपनी खेती में वृद्धि कर रहा है। इस समय धान की रोपाई में पैसे की जरूरत थी।
पीएम किसान सम्मान निधि के वितरण के बाद बिहार के भागलपुर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय सबौर के इंडोर ऑडिटोरियम में किसान और कृषि वैज्ञानिकों के बीच बैठक हुई। जेडीयू के सांसद अजय कुमार मंडल ने बताया कि पीएम मोदी कई वर्षों से देश के अन्नदाता का सम्मान इस योजना के तहत करते आ रहे हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है, किसानों ने अन्न उपजाकर हमें पालने का कार्य किया है। इसके लिए पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डी आर सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की ऐसी पहल किसानों के जीवन में खुशहाली का एक बड़ा आधार बनाती है। प्रधानमंत्री की सभी योजनाएं किसानों के लिए बहुत लाभदायक हैं। इसके लिए पीएम मोदी का आभार। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमारा विश्वविद्यालय शुरू से ही 'वोकल फॉर लोकल' पर फोकस करता रहा है। बिहार के हर जिले में कई ऐसे उत्पाद हैं, जिन पर फोकस करना है। इसी सिलसिले में हाल ही में 20 जीआई टैग के लिए फाइल किया गया है।
अवधेशपीएम मोदी ने सम्मान निधि का बटन दबाया, मेरे खाते में दो हजार की राशि आ गई। सबसे बड़ी बात यह है कि यह धान की खेती का समय है, कई किसान भाई इस दौरान कर्ज में आ जाते हैं। यह किस्त मिलने के बाद राहत मिल जाती है।