क्या किसानों और बाढ़ पीड़ितों की मदद शिवसैनिकों की प्राथमिकता है? : शाइना एनसी

सारांश
Key Takeaways
- किसानों की सहायता अत्यंत जरूरी है।
- बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भेजी जा रही है।
- शिव सैनिक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए तत्पर हैं।
- आरएसएस का योगदान सामाजिक समानता के लिए सराहनीय है।
- राजनीतिक एकता राष्ट्रीय एकता के लिए आवश्यक है।
मुंबई, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली में शिंदे गुट पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि असली शिवसेना उनके साथ है और जनता का समर्थन उनके पीछे है।
ठाकरे ने कहा, “जो सदस्य पार्टी छोड़कर शिंदे गुट में गए, वे पीतल हैं, लेकिन असली सोना हमारे कार्यकर्ता और समर्थक हैं। शिवसेना की असली पहचान बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा और जनता के विश्वास में है।”
उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली पर शिंदे गुट की नेता शाइना एनसी ने कहा कि यह रैली सिर्फ राजनीतिक ताकत दिखाने का मंच नहीं होनी चाहिए, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने का भी अवसर होना चाहिए। हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने यह सुनिश्चित किया है कि हम न केवल अपनी ताकत प्रदर्शित करेंगे, बल्कि किसानों और बाढ़ पीड़ितों की सहायता भी करेंगे।
शाइना एनसी ने कहा, “यह समय है जब हम अपने किसानों और बाढ़ पीड़ितों का समर्थन करें। मराठवाड़ा में बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत सामग्री भेजी जा रही है और शिव सैनिक स्वेच्छा से धन जुटाएंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करती हूं कि वे बाढ़ पीड़ितों और किसानों की सहायता के लिए आगे आएं। किसी भी आपदा के समय शिव सैनिक हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे हैं और वर्तमान में भी हमारे कार्यकर्ता सहायता के लिए तत्पर हैं। मुझे गर्व है कि हमारे नेता एकनाथ शिंदे हिंदुत्व की हमारी मूल विचारधारा से विचलित हुए बिना शिव सैनिकों की तरह आम नागरिकों के लिए खड़े हैं।”
शाइना एनसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सौ साल पूरे होने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने हमेशा राष्ट्रीय एकता और विविधता में एकता के लिए काम किया है। इसके साथ ही सामाजिक समानता की दिशा में उनका योगदान सराहनीय है।
शाइना ने कहा, “कुछ लोग जाति और भाषा के आधार पर विवाद पैदा करते हैं, लेकिन हमें एक मजबूत हिंदू आबादी के साथ इन खतरों का सामना करना होगा।”