क्या कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में वृंदा करात ने महत्वपूर्ण बातें कही?
सारांश
Key Takeaways
- कुलदीप सिंह सेंगर का मामला राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- वृंदा करात ने भाजपा के नेताओं के समर्थन की आलोचना की।
- सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप पीड़िता के हक में है।
- सरकार को घुसपैठियों के मामले में स्पष्ट कार्रवाई करनी चाहिए।
- सामाजिक मुद्दों पर नफरत की भावना को समाप्त करना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीपीआई (एम) की नेता वृंदा करात ने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के द्वारा अपनी बेटी के समर्थन पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने मंगलवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि आरोपी के परिवार वाले उसका साथ देंगे, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। असली हैरानी तो इस बात में है कि अब भाजपा के नेता भी आरोपी का समर्थन कर रहे हैं, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता। भाजपा को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण था। लेकिन, अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करके पीड़िता को सभी अधिकार दिए हैं। वह उचित प्राधिकरण के पास जाकर अपना पक्ष रख सकती है।
वृंदा करात ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा घुसपैठियों के बारे में दिए गए बयान पर भी प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा कि इतने समय से भाजपा की सरकार केंद्र में है, ऐसे में केंद्र सरकार को अब तक घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन, अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। सरकार अब घुसपैठियों का जिक्र करके अपनी विफलताओं को छुपाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि जिन तथाकथित घुसपैठियों का उल्लेख किया जा रहा है, वास्तव में वे घुसपैठिए नहीं हैं। यह मुद्दा बार-बार राजनीतिक लाभ अर्जित करने के लिए उठाया जा रहा है।
त्रिपुरा में एक छात्र की हत्या को लेकर करात ने कहा कि छात्र के बारे में अशोभनीय टिप्पणी की गई। इस मामले में एसएसपी की कार्यशैली पर भी प्रश्न उठते हैं। किसी से नफरत करना क्योंकि वह हमारे जैसा नहीं दिखता, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।