क्या कुमारस्वामी ने धर्मगुरुओं पर टिप्पणी करने के लिए वोक्कालिगा संत से माफी मांगी?

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क्या कुमारस्वामी ने धर्मगुरुओं पर टिप्पणी करने के लिए वोक्कालिगा संत से माफी मांगी?

सारांश

कर्नाटक के केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी से माफी मांगी। यह माफी उनके विवादास्पद बयान पर थी, जिसमें उन्होंने धर्मगुरुओं के राजनीति में हस्तक्षेप पर अपनी राय व्यक्त की थी। यह घटना राजनीतिक हलचल को लेकर नई चर्चा का विषय बनी है।

Key Takeaways

  • कुमारस्वामी ने संत से माफी मांगी, जो राजनीति में धर्म के हस्तक्षेप पर थी।
  • संत ने माफी स्वीकार की और भीड़ ने समर्थन किया।
  • राजनीतिक संदर्भ में सामुदायिक समर्थन का महत्व है।
  • कुमारस्वामी ने राजनीति और धर्म को अलग रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • कर्नाटक में नेतृत्व संघर्ष का संज्ञान लिया गया।

मांड्या, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने धार्मिक मठाधीशों के राजनीति में हस्तक्षेप को लेकर दिए गए अपने विवादास्पद बयान पर स्पष्टीकरण दिया। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को वोक्कालिगा संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।

कुमारस्वामी ने मांड्या के वीसी फार्म में आयोजित कृषि मेले में आदिचुंचनगिरी संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी की उपस्थिति में हाथ जोड़कर माफी मांगी। संत ने मुस्कुराते हुए उनकी माफी स्वीकार कर ली, जबकि भीड़ ने तालियां बजाकर कुमारस्वामी का उत्साहवर्धन किया।

कुमारस्वामी ने कहा, "यदि मेरे पिछले बयान से स्वामीजी का किसी भी प्रकार से अपमान हुआ है, तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं। हमारी निष्ठा हमारे दिलों में है, इसे बाहरी तौर पर दिखाने की आवश्यकता नहीं है। यदि मैंने पूजनीय स्वामीजी के प्रति कोई अपराध किया है, तो मैं माफी मांगता हूं।"

उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि उनका आशय केवल इतना था कि ऐसे स्वामीजी को इन परिस्थितियों में नहीं लाना चाहिए। उन्होंने यह बात इसलिए कही थी ताकि उन्हें किसी भी प्रकार का अपमान न सहना पड़े।

इससे पहले, कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार के बीच नेतृत्व के संघर्ष के दौरान, शक्तिशाली वोक्कालिगा संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को समर्थन दिया था।

संत ने कहा था कि कांग्रेस आलाकमान को शिवकुमार के योगदान पर विचार करना चाहिए और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समुदाय खुद शिवकुमार को मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहता है।

गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री शिवकुमार, कुमारस्वामी के कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव में, शिवकुमार ने दक्षिण कर्नाटक में वोक्कालिगा वोटों को कांग्रेस पार्टी की ओर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो पारंपरिक रूप से जेडी(एस) का मुख्य समर्थन आधार रहा है। दोनों नेता वोक्कालिगा समुदाय से हैं।

कुमारस्वामी ने संत का नाम लिए बिना कहा था कि राजनेताओं को राजनीति करनी चाहिए और धार्मिक नेताओं को इस प्रलोभन को छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदरूनी कलह में स्वामी के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं थी।

कुमारस्वामी ने सरकार में चल रहे सत्ता संघर्ष पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, "मैं दो बार मुख्यमंत्री रहा हूं। सत्ता जाने पर मैंने कभी किसी संत की मदद नहीं मांगी। नेताओं का अपना काम होता है और स्वामीजी का अपना। मैं वोक्कालिगा समुदाय या किसी अन्य समुदाय के बारे में नहीं बोलूंगा। जाति और धर्म का हवाला देकर राजनीति के लिए धार्मिक संस्थानों का गलत इस्तेमाल करना किसी के लिए भी अच्छा नहीं है।"

कुमारस्वामी ने कहा था कि जब वह दो बार मुख्यमंत्री रहे और बाद में सत्ता से बाहर हो गए, तब भी उन्होंने कभी संतों से मदद नहीं मांगी थी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि धर्म और राजनीति का मिश्रण हमेशा विवाद का कारण बनता है। कुमारस्वामी की माफी एक महत्वपूर्ण संकेत है कि नेताओं को अपने बयानों का ध्यान रखना चाहिए। यह घटना कर्नाटक में सामुदायिक राजनीति के गहरे प्रभाव को भी दर्शाती है।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

कुमारस्वामी ने किससे माफी मांगी?
उन्होंने वोक्कालिगा संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी से माफी मांगी।
किस कारण से कुमारस्वामी ने माफी मांगी?
धार्मिक मठाधीशों के राजनीति में हस्तक्षेप पर उनके विवादास्पद बयान के कारण।
क्या संत ने उनकी माफी स्वीकार की?
हाँ, संत ने मुस्कुराते हुए उनकी माफी स्वीकार कर ली।
कुमारस्वामी का राजनीतिक संदर्भ क्या है?
वह कर्नाटक के केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री हैं और पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
कर्नाटक की वर्तमान राजनीतिक स्थिति क्या है?
कर्नाटक में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच नेतृत्व की खींचतान चल रही है।
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