क्या आम आदमी पार्टी दिल्ली की खराब हवा पर उत्सव मना रही है? : मनजिंदर सिंह सिरसा (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली की हवा की स्थिति चिंताजनक है।
- आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
- साफ-सफाई के प्रयास चल रहे हैं।
- लोगों को संयम बरतने की आवश्यकता है।
- राजनीतिक विवादों के बावजूद प्रदूषण का मुद्दा महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी (आप) को घेरते हुए कहा कि दिल्ली की खराब हवा पर उनकी पार्टी उत्सव मना रही है। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से एक्सक्लूसिव बातचीत में कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए।
प्रश्न: क्या दिल्ली में प्रदूषण के पीछे कोई साजिश है?
उत्तर: साजिश तो नहीं है, लेकिन माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। दीपावली के नाम पर इस तरह की गलत भावनाएं लोगों को दुखी करती हैं।
प्रश्न: क्या आम आदमी पार्टी ने जानबूझकर दिल्ली को सबसे प्रदूषित शहर बनाने की योजना बनाई थी?
उत्तर: आम आदमी पार्टी हर संभव कोशिश कर रही है ताकि उनकी 10 साल की नाकामी उजागर न हो। यदि दिल्ली साफ दिखेगी, तो यह उनकी छवि को नुकसान पहुंचाएगा। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को 10 सालों तक बर्बाद किया है।
प्रश्न: क्या इस साजिश की जांच की जाएगी?
उत्तर: हमें इस सब में नहीं पड़ना है। हमारा काम सकारात्मक है। हमें अपनी दिल्ली को स्वच्छ रखना है।
प्रश्न: क्या दिल्ली के लोगों को संयम बरतना चाहिए?
उत्तर: पटाखों के मामले में संयम बरतना आवश्यक है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए।
प्रश्न: क्या आम आदमी पार्टी दिल्ली की हवा दूषित होने पर उत्सव मना रही है?
उत्तर: आम आदमी पार्टी इस स्थिति पर खुशी मना रही है। उन्हें ऐसा लगता है कि यमुना क्यों साफ हो रही है।
प्रश्न: पंजाब के पर्यावरण मंत्री प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार क्यों मानते हैं?
उत्तर: वे केवल सरकार पर दोषारोपण कर रहे हैं। यदि दिल्ली का प्रदूषण पंजाब में नहीं गया, तो वहां प्रदूषण कैसे है?
प्रश्न: आपने यमुना में सफाई की?
उत्तर: मैं इस अभियान में अकेला नहीं हूं। सीएम रेखा गुप्ता और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोगों से श्रमदान करने का आग्रह किया है।
प्रश्न: क्या आपने कभी देखा है कि आम आदमी पार्टी के नेता यमुना में उतरे हों?
उत्तर: अब यमुना साफ हो रही है, तो हम उसमें जा पा रहे हैं।