क्या बाढ़ प्रभावित परिवारों को मिलेगा सहयोग? सुनी जाएगी हर किसान की समस्या: मंत्री रक्षा खडसे

सारांश
Key Takeaways
- रक्षा खडसे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
- किसानों ने नदियों की सफाई की मांग की।
- सरकार ने मुआवजे का आश्वासन दिया।
- सामूहिक समन्वय की आवश्यकता है।
- धरमहेड़ी में किसानों ने प्रदर्शन किया।
चंडीगढ़, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय युवा मामलों एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर के साथ पंजाब के समाना और सनौर विधानसभा क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने जमीनी हालात की गहन समीक्षा की और प्रभावित परिवारों से संवाद किया।
मंत्री ने डुढ़न गुर्जरां, बुधमोर, महमूदपुर, जलां खेड़ी, सासी गुर्जरां और धरमहेड़ी जैसे गाँवों का दौरा किया, जो हाल ही में टांगरी, मारकंडा और घग्गर नदियों के उफान के कारण अत्यधिक प्रभावित हुए हैं।
इस दौरे के दौरान रक्षा खडसे ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि एक विस्तृत नुकसान रिपोर्ट तैयार की जाए ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर मुआवजा मिल सके।
किसानों ने इस अवसर पर नदियों की सफाई, स्थायी बांध निर्माण और पटियाला-पेहोवा सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग की। यह सड़क कुरुक्षेत्र को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा मानी जाती है।
रक्षा खडसे ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय जल आयोग और सड़क परिवहन मंत्रालय के समक्ष उठाया जाएगा ताकि तात्कालिक राहत के साथ-साथ स्थायी समाधान भी सुनिश्चित हो सके।
पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर ने याद दिलाया कि 2023 में पटियाला ने भी ऐसी ही भीषण बाढ़ का सामना किया था। उन्होंने कहा कि इस संकट का समाधान तभी निकलेगा जब पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बीच सामूहिक समन्वय हो। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी केंद्रीय राज्य मंत्रियों को पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का ग्राउंड असेसमेंट करने का निर्देश दिया है।
यात्रा का समापन धरमहेड़ी गाँव में हुआ, जहाँ किसान हांसी-बुटाना नहर के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों नेताओं द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद किसानों ने अपना धरना समाप्त कर दिया और केंद्र सरकार के प्रति अपना भरोसा जताया।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष जसपाल सिंह गागरौली, हरमेश गोयल, सनौर इंचार्ज विक्रम इंदरजीत सिंह चहल और समाना इंचार्ज सुरिंदर सिंह खेड़ी भी मौजूद थे।