क्या 'भैया की सरकार' आएगी तो कट्टा-फिरौती का राज चलेगा? पीएम मोदी ने बिहार की जनता को किया सतर्क
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में कट्टा और फिरौती का राज नहीं चाहिए।
- पीएम मोदी ने एनडीए सरकार की उपलब्धियाँ गिनाईं।
- बिहार में पहले चरण का मतदान 65 प्रतिशत हुआ।
- राजद और कांग्रेस पर कड़ा हमला।
- महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया।
औरंगाबाद, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औरंगाबाद में एक जनसभा के दौरान राजद पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि जंगलराज के समर्थकों के पास वह सब कुछ है जो नौकरी और निवेश के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने बिहार की जनता को चेतावनी दी कि ये लोग खुलकर कह रहे हैं कि 'भैया की सरकार' आई तो कट्टा, दोनाली और फिरौती का राज चलेगा। लेकिन बिहार में ऐसी कट्टा सरकार नहीं चाहिए।
जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने अनुग्रह बाबू और जगदेव बाबू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। उनका कहना था कि औरंगाबाद त्याग और बलिदान की भूमि है। मैं इस क्षेत्र की सभी महान विभूतियों को नमन करता हूँ।
पीएम मोदी ने पहले चरण के मतदान पर कहा कि बिहार में अब तक के सबसे अधिक मतदान हुए हैं। पहले चरण में लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह एनडीए सरकार की वापसी के लिए बिहार की जनता का समर्थन दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने एनडीए सरकार का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए कहा कि कहीं फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योगों पर ध्यान दिया जा रहा है, तो कहीं टूरिज्म का विकास हो रहा है। हर क्षेत्र की सामर्थ्य के अनुसार इंडस्ट्री लगाई जा रही है।
सरकार के फैसलों को गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हमने कहा था कि राम मंदिर बनेगा और वह बन गया। अनुच्छेद 370 को हटाने का वादा पूरा किया गया। बिहार की धरती से कहा था कि हम पहलगाम हमले का बदला लेंगे और फिर देश ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को बर्बाद होते देखा।"
प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई की है और सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन का वादा पूरा किया। 11 वर्षों में, रिटायर्ड फौजी भाइयों को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी गई है।
महागठबंधन पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी वाले सत्ता के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं। उन्होंने कहा, "औरंगाबाद इसका सबसे बड़ा साक्षी है। यहां जो कुछ हुआ, पूरा बिहार देख चुका है।"
उन्होंने आगे कहा, "जो लोग अपने साथियों को धोखा दे सकते हैं, क्या वे बिहार की जनता के सगे हो सकते हैं?"