क्या बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हम तैयार हैं? बुधवार को उम्मीदवारों की घोषणा: तेज प्रताप यादव

सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव ने आगामी चुनाव के लिए मजबूत तैयारी की बात की है।
- चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों की घोषणा की है।
- जनता को एक नया विकल्प देने का वादा किया गया है।
- पटना मेट्रो के उद्घाटन पर सवाल उठाए गए हैं।
- राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है।
पटना, ६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और जनशक्ति जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने आगामी चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया।
तेज प्रताप यादव ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा कि चुनाव तो होना ही है और हम अपने जनशक्ति जनता दल (पार्टी) की तरफ से इस चुनाव का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हम लड़ाई को लड़ने का कार्य करेंगे। परसों (बुधवार को) हम प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने जा रही है और आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता को एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगी।
यह ध्यान देने योग्य है कि चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार की सभी २४३ सीटों पर दो चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है। पहले चरण के लिए मतदान ६ नवंबर को १२१ सीटों पर होगा, जबकि दूसरे चरण में ११ नवंबर को १२२ सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चुनाव के परिणाम १४ नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
ज्ञात रहे कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल २२ नवंबर को समाप्त हो रहा है। कई राजनीतिक दलों ने आयोग से छठ महापर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने की मांग की थी, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने मत का उपयोग कर सकें।
आपको यह भी बताना है कि २०२० में बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए थे। पहले चरण में २८ अक्टूबर २०२० को ७१ विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई थी, जबकि दूसरे चरण में ३ नवंबर को ९४ सीटों और तीसरे चरण में ७ नवंबर को ७८ सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। मतगणना १० नवंबर को हुई थी।
इसके अलावा, तेज प्रताप यादव ने पटना मेट्रो के उद्घाटन को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मेट्रो का उद्घाटन हुआ और मीठापुर में जमीन धंस गई, अब सोचिए कैसा मेट्रो होगा। लोग मेट्रो में जाने से पहले ही घबराएंगे, कोई उसमें बैठना नहीं चाहेगा।