क्या भाजपा में आम कार्यकर्ता को मिलती है बराबर की इज्जत, जबकि कांग्रेस में गांधी परिवार का आशीर्वाद अनिवार्य है? प्रतुल शाहदेव ने कहा
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा में संगठन की ताकत
- आम कार्यकर्ताओं की इज्जत
- कांग्रेस में वंशवाद की प्रवृत्ति
- हिंसा और अशांति का विरोध
- सनातनी आस्था का सम्मान
रांची, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की हालिया टिप्पणी का जवाब दिया। भाजपा में संगठन ही सर्वोच्च है और यहां आम कार्यकर्ता को भी उच्च पद वाले कार्यकर्ता के समान इज्जत मिलती है।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से आरएसएस-भाजपा संगठन की प्रशंसा की थी। इसके जवाब में, प्रतुल शाहदेव ने कहा, "दिग्विजय सिंह ने सही कहा है कि हमारी शक्ति हमारा संगठन ही है। यहां हमारे आम कार्यकर्ताओं को भी बराबर की इज्जत मिलती है। भाजपा में कार्यकर्ता भली-भांति जानते हैं कि अपने वरिष्ठों और पिता तुल्य नेताओं को कैसे सम्मान दिया जाता है।"
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "जिस पार्टी में संगठन सबसे ऊपर होता है, वहां एक आम कार्यकर्ता को उतनी ही इज्जत मिलती है जितनी कि सबसे ऊंचे पद वाले कार्यकर्ता को, और ऐसी पार्टी ही आगे बढ़ती है।"
उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई भी यह नहीं बता सकता कि हमारा अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, लेकिन कांग्रेस में अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष वही होगा, जिसे गांधी परिवार का आशीर्वाद प्राप्त होगा। व्यक्तिवादी, वंशवादी और कैडर आधारित दूसरी पार्टियों में ऐसा होता है। यही भाजपा और अन्य पार्टियों में अंतर है।
इसी बीच, 'बाबरी मस्जिद' मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता ने हुमायूं कबीर को करारा जवाब दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि हुमायूं कबीर टीएमसी की बी-टीम बनकर काम कर रहे हैं, क्योंकि ऐसे नेता तृणमूल कांग्रेस को तुष्टिकरण की राजनीति में मदद करते हैं, ताकि पार्टी को अप्रत्यक्ष लाभ मिले।
प्रतुल शाहदेव ने कहा, "हुमायूं कबीर के वंशज भी वहां 'बाबरी मस्जिद' को पहचान दिलाने में असफल रहेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "क्या आप सनातनियों की आस्था को चुनौती दे रहे हैं? हम हिंसा या अशांति का समर्थन नहीं करते, लेकिन जब आप सनातनियों की आस्था को चुनौती देंगे, तो आपको इसका जवाब देना होगा।"
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि बाबर एक आक्रमणकारी था, जिसने हजारों हिंदुओं को मारा और उसकी सेना ने हिंदू परिवारों का अपमान किया। यदि आप उसके नाम पर कोई मस्जिद बना रहे हैं, तो सनातनी अपनी आखिरी सांस तक इसका विरोध करेंगे।