क्या सीएम योगी बिहार में स्टार प्रचारक नहीं, बल्कि स्टार विभाजक बनकर गए हैं? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- बिहार की जनता को गुमराह करने का आरोप।
- सरकार के विकास के दावे पर सवाल उठाए गए हैं।
- लखनऊ की स्मार्ट सिटी का सच सामने आया है।
- कुम्हारों के मुद्दे पर दिवाली पर मदद का वादा।
लखनऊ, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्टार प्रचारक बनाए जाने पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि वे असल में स्टार विभाजक बनकर बिहार गए हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार की जनता उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में साम्प्रदायिक लोग कभी स्वीकार नहीं किए जाएंगे। वर्तमान सरकार ने झूठ बोलना शुरू कर दिया है कि आठ साल पूरा हो गया है, जबकि वास्तव में यह 9 वर्ष पूरे होने वाले हैं। अब इस सरकार का केवल एक अंतिम बजट आना बाकी है। पहले बिजली बेचने का इरादा था, अब तो निजीकरण भी नहीं हो पा रहा है।
अखिलेश ने इस सरकार को फुस्स फुलझड़ी सरकार करार देते हुए कहा कि इससे बिजली की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। प्रदेश की स्थिति यह है कि लखनऊ में जगह-जगह जामस्मार्ट सिटी कहा जा रहा है।
उन्होंने तंज करते हुए कहा, 'जिसने लखनऊ को तीसरी सबसे स्मार्ट सिटी का पुरस्कार दिया है, उस पर एफआईआर होनी चाहिए। कुंभ में कई जानें गईं। सरकार सही आंकड़े नहीं देना चाहती। लोग जानते हैं कि सरकार सच नहीं बोलती। कानून और संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है। यदि डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा तो मुआवजा देना पड़ेगा। जो लोग काला धन और भ्रष्टाचार पर बातें करते हैं, वो मुआवजा नहीं देना चाहते।
अखिलेश यादव ने कहा कि लोग भेड़िये की दहशत से परेशान हैं। पहले छतों पर सांड चढ़ते थे, अब गुलदार भी छतों पर चढ़ने लगा है। कुछ दिनों में 52 लोगों पर हमले हो चुके हैं। समाजवादी लोग बुल और बुलडोजर दोनों के खिलाफ हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिवाली पर कुम्हार परेशान हैं। अगर सपा सरकार बनी, तो दिवाली पर सरकार कुम्हारों से एक करोड़ दीये खरीदेगी। सपा प्रमुख ने कहा कि कानपुर के अखिलेश दुबे के घर पर बुलडोजर नहीं चलेगा। अगर उस पर कार्रवाई होती है, तो सरकार के कई अधिकारी फंस सकते हैं। अब हम सबको उनकी जान की फिक्र करनी चाहिए।