क्या कांग्रेस देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार है? : शाहनवाज हुसैन

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाए गए हैं।
- जिन्ना और माउंटबेटन की भूमिका पर चर्चा।
- विभाजन की त्रासदी को समझने की आवश्यकता।
- आरएसएस की भूमिका को भी रेखांकित किया गया है।
- राजनीतिक यात्राओं का प्रभाव और उनका उद्देश्य।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के नेता शाहनवाज हुसैन ने विभाजन की त्रासदी पर कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि देश के बंटवारे का मुख्य कारण कांग्रेस, जिन्ना और माउंटबेटन थे।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को हमें आजादी मिली जबकि 14 अगस्त को विभाजन हुआ। इस विभाजन के दौरान लाखों लोग मारे गए और अनेक लोग अपने घर और खेती-बाड़ी छोड़ने के लिए मजबूर हुए। इसका असली जिम्मेदार कौन है? जिन्ना ने धर्म और इस्लाम के नाम पर एक अलग देश की मांग की थी।
हुसैन ने कहा कि लॉर्ड माउंटबेटन और ब्रिटिश सरकार एक अलग देश बनाने के लिए तैयार थे। यदि कांग्रेस ने बंटवारे को स्वीकार नहीं किया होता, तो शायद देश का विभाजन नहीं होता। आजादी का श्रेय आप लेंगे, लेकिन बंटवारे की जिम्मेदारी कौन लेगा? कांग्रेस, जिन्ना और माउंटबेटन इस विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं। देश के युवाओं को यह जानना चाहिए कि यदि कांग्रेस का नेतृत्व थोड़ा इंतजार करता, तो देश नहीं बंटता।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक देश के महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचे हैं। कई मंत्री और मुख्यमंत्री बने हैं। यह एक ऐसा संगठन है जो राष्ट्र के निर्माण में संलग्न है। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से इस संगठन की शताब्दी के बारे में बताया है। विपक्षी दलों को इससे परेशानी क्यों हो रही है? आरएसएस की सराहना की जानी चाहिए।
उन्होंने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा पर कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यह यात्रा केवल लोगों को भ्रमित करने के लिए है। इस यात्रा में कोई दम नहीं है। राहुल गांधी ने ऐसी कई यात्राएं की हैं, लेकिन सभी विफल रही हैं। ये लोग अपनी कमियों को चुनाव आयोग पर थोपना चाहते हैं।