क्या कांग्रेस का उग्रवाद से पुराना नाता है, जनता सच से वाकिफ है? : राहुल सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- यासीन मलिक का हलफनामा राजनीतिक हलचल का कारण बना।
- कांग्रेस का उग्रवाद से संबंध का आरोप उठाया गया है।
- भाजपा का संकल्प है कि वह राहुल गांधी का असली चेहरा बेनकाब करेगी।
कोलकाता, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अलगाववादी नेता यासीन मलिक के उस हलफनामे ने राजनीति में भूचाल ला दिया है, जिसमें उसने कहा है कि उसने आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के कहने पर आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात की थी। इस खुलासे से कांग्रेस पर गंभीर सवाल उठे हैं। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला।
भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस का उग्रवादी ताकतों से बहुत पहले से संबंध रहा है। इस देश में इतने बड़े पैमाने पर चरमपंथी गतिविधियां कांग्रेस की मदद के बिना कैसे हो सकती थीं? आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में आतंकवाद लगातार कमजोर हो रहा है। अब केवल कुछ ही जगहों पर ऐसी गतिविधियां शेष हैं। कांग्रेस के राज में जो हालात थे, वैसा अब संभव नहीं है।
सैम पित्रोदा की ओर से पाकिस्तान के समर्थन में टिप्पणी किए जाने पर कांग्रेस ने बचाव करते हुए उन्हें बुद्धिजीवी करार दिया। इस पर राहुल सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश के खिलाफ काम किया है और विपक्षी ताकत के रूप में कार्य किया है। यही कारण है कि कांग्रेस का लगातार पतन हो रहा है। भले ही कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा हो, लेकिन अब वह इतिहास का हिस्सा बनने की राह पर है।
भाजपा नेता सुब्रत पाठक के हालिया बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि जेन-जी राहुल गांधी और अखिलेश यादव के घर में आग लगा देगी, उस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिन्हा ने कहा कि हम आगजनी के पक्ष में नहीं हैं और न ही किसी का घर जलाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम ऐसे लोगों को सबूतों के साथ जनता के सामने बेनकाब करें। राहुल गांधी के पास अब कुछ भी नहीं बचा है, जनता उन्हें समझ चुकी है। इसलिए भाजपा का संकल्प है कि हम उनका असली चेहरा देश के सामने लाएंगे।