क्या शशि थरूर को लेकर कृष्णा हेगड़े का कहना सही है कि कांग्रेस को अच्छे लोग पसंद नहीं?

सारांश
Key Takeaways
- शशि थरूर कांग्रेस में अनदेखी का सामना कर रहे हैं।
- कृष्णा हेगड़े का कहना है कि कांग्रेस को अच्छे लोग पसंद नहीं हैं।
- शशि थरूर ने पीएम और सीएम को हटाने वाले बिल का समर्थन किया है।
- भ्रष्टाचार से निपटने के लिए नए बिल का प्रावधान है।
- कांग्रेस में अच्छे नेताओं की अनदेखी से जनता में असंतोष है।
मुंबई, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी की सीमाओं को पार करते हुए कई बार बयान दिए हैं। वह अभी भी कांग्रेस में सक्रिय हैं, लेकिन पार्टी द्वारा उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। थरूर ने पीएम और सीएम को हटाने वाले बिल का समर्थन किया है, जबकि कांग्रेस ने इसका विरोध किया है। इस संदर्भ में शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कृष्णा हेगड़े ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि कांग्रेस को अच्छे लोग पसंद नहीं हैं। पार्टी ने पहले ही शशि थरूर से किनारा कर लिया है। थरूर एक अनुभवी नेता, पूर्व मंत्री और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी रह चुके हैं। वे एक कुशल वक्ता हैं, जिनका भारत और विश्व में बड़ा सम्मान है और इसी कारण वे तीन बार सांसद बने। इसके बावजूद, कांग्रेस ने उन्हें नजरअंदाज किया है। जब प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें भारत का पक्ष रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल का प्रमुख बनाया, तो कांग्रेस को यह पसंद नहीं आया। लेकिन जनता थरूर के साथ है।
हेगड़े ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने सवाल उठाया कि उस समय मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था कहां थी और सुरक्षाकर्मी इसे रोकने में असफल क्यों रहे। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की और कहा कि आरोपी ने कानून को हाथ में लिया है, इसलिए उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि रेवंत रेड्डी अपने नेता राहुल गांधी के समर्थन में बातें करते हैं, लेकिन यह बातें हकीकत से परे हैं क्योंकि राहुल गांधी के पास न तो आज बहुमत है और न ही भविष्य में होने वाला है। यह रेड्डी का व्यक्तिगत विचार है, लेकिन देश का विचार अलग है। देश एक सक्षम, ताकतवर और विकासशील नेता की चाह रखता है और वह प्रधानमंत्री मोदी हैं। जनता ने उन्हें तीसरी बार जिताकर इतिहास रचा है और आने वाले समय में चौथी बार भी जिताएगी।
उन्हें कहना था कि विपक्ष अपना संतुलन खो चुका है क्योंकि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर राज्य में जहां विपक्ष ने शासन किया, वहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है। हेगड़े ने नए बिल का उल्लेख किया, जिसमें प्रावधान है कि यदि कोई मंत्री या मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में 30 दिन जेल में रहता है, तो 31वें दिन उसका पद स्वतः समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बिल के पास होने से आधा विपक्ष साफ हो जाएगा, इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं। सरकार के पास बहुमत है और यह बिल पास होकर लोकतंत्र को मजबूत करेगा।