क्या कांग्रेस ने सत्ता के लालच में देश का बंटवारा कराया और विस्थापित परिवारों की पीड़ा को भुला दिया?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने सत्ता के लालच में देश का बंटवारा कराया।
- विस्थापित परिवारों की पीड़ा को भुला दिया गया।
- 1947 का विभाजन एक काला अध्याय है।
- सीएए ने शरणार्थियों को नागरिकता दी है।
- प्रदर्शनी ने इतिहास से सीखने का अवसर दिया।
लखनऊ, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर लखनऊ में आयोजित एक भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के लालच में देश का बंटवारा कराया और विस्थापित परिवारों की पीड़ा को भुला दिया।
मुख्यमंत्री ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के मौके पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया और देशवासियों से अनुरोध किया कि वे इतिहास से सीखें। प्रदर्शनी में विभाजन के बाद की हिंसा और प्रभावित लोगों से संबंधित डिजिटल आर्काइव, फोटो, समाचार कतरनें, सरकारी अभिलेख और विस्थापित परिवारों की संरक्षित सामग्री के जरिए युवाओं को तुष्टिकरण की कीमत का एहसास कराया गया।
उन्होंने 1947 के विभाजन को कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति का काला अध्याय बताया और कहा कि इस त्रासदी ने भारत की एकता को तोड़कर देश को कष्ट दिया। उन्होंने कहा कि आज 14 अगस्त 1947 की विभाजन विभीषिका को याद करते हुए पूरा देश शोक में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में इस दिन को स्मृति दिवस घोषित कर इतिहास को जीवंत किया।
सीएम ने कहा कि स्वतंत्रता के लिए क्रांतिकारियों ने फांसी के फंदे को गले लगाया, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता के लालच में देश का बंटवारा कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिमी पाकिस्तान के लाहौर, कराची, रावलपिंडी, और मुल्तान जैसे क्षेत्रों को हिंदू, सिख और बौद्ध विहीन बनाने का अभियान कांग्रेस की नीति का परिणाम था। इस हिंसा में 15-20 लाख लोगों की जान गई और करोड़ों विस्थापित हुए।
सीएम योगी ने कहा कि यह अत्याचारों की पराकाष्ठा थी, जिसे कांग्रेस ने बढ़ावा दिया। उन्होंने कांग्रेस पर विस्थापितों के प्रति उदासीनता का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाई समुदाय के लोग घर-बार छोड़कर आए, उनके लिए तत्कालीन सरकार ने न तो स्मारक बनाए और न ही संग्रहालय स्थापित किए। उनकी पीड़ा को भुला दिया गया। इसके विपरीत, उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा की, जिन्होंने सीएए के जरिए शरणार्थियों को नागरिकता और पुनर्वास का अधिकार दिया। सीएम ने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में शरणार्थियों को सीएए से नागरिकता मिली।
ये लोग भारत के विकास में योगदान दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने उनके पुनर्वास के लिए कभी प्रयास नहीं किया। सीएम योगी ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनकी स्मृतियों को हमारा नमन है। सीएम योगी ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश सरकार सीएए के तहत पात्र परिवारों को जमीन के पट्टे और उचित पुनर्वास देगी। उन्होंने कहा कि हम उनके हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
योगी ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से देश के युवाओं को इतिहास से जोड़ना जरूरी है। इसमें विभाजन की त्रासदी, दंगे, विस्थापन और कत्लेआम की झलकियां दर्शाई गई हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह पहल पीड़ित परिवारों के घावों पर मरहम लगाने का कार्य कर रही है और आने वाली पीढ़ियों को सच से भी अवगत करा रही है।