क्या देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है? हर दिन 6.7 करोड़ लोग खरीद रहे हैं ईंधन: केंद्रीय मंत्री

Key Takeaways
- भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है।
- प्रतिदिन 6.7 करोड़ लोग ईंधन खरीदते हैं।
- गैस पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है।
- उज्ज्वला योजना से लाखों घरों को लाभ हुआ है।
- स्वच्छ ऊर्जा के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि लगभग 6.7 करोड़ नागरिक प्रतिदिन फ्यूल स्टेशन पर ईंधन खरीदते हैं, जो कि देश की तेजी से बढ़ती आर्थिक क्षमता को दर्शाता है।
पुरी ने भारत की मजबूत ग्रोथ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि देश अब 4.3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में विकास दर 7.8 प्रतिशत रही।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "भारत वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 5.5 मिलियन बैरल तेल की खपत करता है, जो इसकी बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को दर्शाता है।"
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत का गैस पाइपलाइन नेटवर्क वर्तमान में 24,500 किलोमीटर लंबा है और इसे 2030 तक 33,000 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना है।
इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के तहत 10.60 करोड़ से अधिक घरों को एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं, जबकि 1.55 करोड़ घरों को पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) से जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा, "देश में अब लगभग 8,300 सीएनजी स्टेशन हैं जो रोजाना लाखों वाहनों की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।"
स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा के प्रति भारत के प्रयासों पर जोर देते हुए, पुरी ने कहा कि 114 सीबीजी प्लांट चालू हैं, और ग्रीन हाइड्रोजन तथा सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) परियोजनाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है।
पुरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का एनर्जी सेक्टर 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
इससे पहले, पुरी ने बताया था कि सरकार ने देश के 99 प्रतिशत अपतटीय क्षेत्र को तेल एवं गैस खोज के लिए खोल दिया है और कच्चे तेल के आयात बास्केट को पहले के 27 देशों से बढ़ाकर 40 से अधिक देशों तक कर दिया है।