क्या राहुल गांधी के पत्र से जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा है।
- राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
- भाजपा विधायक विक्रम रंधावा का कहना है कि यह मुद्दा जानबूझकर उठाया जा रहा है।
- आने वाले मानसून सत्र में इस पर चर्चा की जा सकती है।
जम्मू, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर एक बार फिर राजनीति में हलचल तेज हो गई है। भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने बुधवार को कहा कि जब सही समय आएगा, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा।
दरअसल, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग की है।
साथ ही, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इसी मुद्दे पर अपनी बात रखी।
भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा, "जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि जब सही समय आएगा, इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा। विपक्ष को उनकी बात पर विश्वास करना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला स्वयं मानते हैं कि प्रधानमंत्री के कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। मुझे लगता है कि आने वाले मानसून सत्र में कांग्रेस के पास बात रखने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। इसे जानबूझकर मुद्दा बनाया जा रहा है।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के कहने पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। यह तब मिलेगा जब केंद्रीय नेतृत्व को उचित लगेगा।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री को एक संयुक्त पत्र भेजा। उन्होंने आग्रह किया कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के संबंध में संसद के आगामी मानसून सत्र में एक विधेयक लाया जाए और लद्दाख को भी संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए।