क्या कांग्रेस ने हरियाणा मतदाता सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की? राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' पर चुनाव आयोग के सूत्रों का जवाब

Click to start listening
क्या कांग्रेस ने हरियाणा मतदाता सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की? राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' पर चुनाव आयोग के सूत्रों का जवाब

सारांश

हरियाणा विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी ने मतदाता धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने कहा कि कांग्रेस ने मतदाता सूची पर कोई अपत्ति नहीं की। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी ने फर्जी मतदाता का आरोप लगाया है।
  • चुनाव आयोग का कहना है कि कांग्रेस ने कोई आपत्ति नहीं की।
  • हरियाणा में 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं।
  • मतदाता सूची का पुनरीक्षण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
  • कांग्रेस के एजेंटों की चुप्पी पर सवाल उठाए गए हैं।

नई दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में मतदाता धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनके 'हाइड्रोजन बम' छोड़ने के बाद, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के सूत्रों ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने संशोधन प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची के संबंध में कोई अपील या आपत्ति दर्ज नहीं की।

गांधी ने बुधवार को चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर 'वोट चुराने' का गंभीर आरोप लगाया और दावा किया कि लगभग दो करोड़ मतदाताओं वाले राज्य में 25 लाख वोट फर्जी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी की जीत का अनुमान लगाया गया था, लेकिन भाजपा ने धांधली, डुप्लीकेट मतदाताओं और 'बल्क वोटिंग' के जरिए सत्ता बरकरार रखी।

आरोपों का जवाब देते हुए, चुनाव आयोग के सूत्रों ने आरोपों को निराधार बताया और चुनाव प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस की सतर्कता पर सवाल उठाए।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूछा, "कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्रों के अंदर क्या कर रहे थे? अगर कोई मतदाता पहले ही मतदान कर चुका है या उसकी पहचान को लेकर कोई संदेह है, तो पोलिंग एजेंटों को आपत्ति दर्ज करानी होती है।"

सूत्रों ने बताया कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान, कांग्रेस के बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) ने कथित रूप से डुप्लीकेट, स्थानांतरित या मृत मतदाताओं के संबंध में कोई दावा या आपत्ति दर्ज नहीं कराई।

चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा, "कांग्रेस के बीएलए ने एक से ज्यादा प्रविष्टियों को रोकने के लिए कोई दावा या आपत्ति क्यों नहीं उठाई?" उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने पुनरीक्षण के चरण में कोई अपील भी दायर नहीं की।

आयोग ने बताया कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए वर्तमान में विभिन्न उच्च न्यायालयों में केवल 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं, जो सूत्रों के अनुसार इस आकार के राज्य चुनाव के लिए सामान्य मुकदमेबाजी की संख्या है।

राहुल गांधी के इस दावे के आधार पर सवाल उठाते हुए कि नकली या फर्जी मतदाताओं ने भाजपा को फायदा पहुंचाया, सूत्रों ने पूछा, "राहुल गांधी को कैसे पता कि इन कथित फर्जी मतदाताओं ने किसे वोट दिया?"

सूत्रों ने प्रदेशव्यापी गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर राहुल गांधी के रुख को लेकर भी उन पर निशाना साधा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य नकली, मृत और प्रवासी मतदाताओं को हटाकर मतदाता सूची को साफ करना है।

चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा, "क्या वह ऐसी प्रविष्टियों को हटाने के लिए एसआईआर का समर्थन कर रहे हैं या इसका विरोध कर रहे हैं?"

Point of View

दोनों पक्षों की बातों पर गौर करना आवश्यक है। इस तरह की स्थिति में हमें सच्चाई को सामने लाने की कोशिश करनी चाहिए।
NationPress
05/11/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी ने मतदाता धोखाधड़ी का आरोप क्यों लगाया?
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि हरियाणा के विधानसभा चुनावों में लगभग 25 लाख फर्जी वोट हैं।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों का क्या जवाब दिया?
चुनाव आयोग ने कहा कि कांग्रेस ने मतदाता सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की।
हरियाणा विधानसभा चुनावों में कितनी चुनाव याचिकाएं लंबित हैं?
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए वर्तमान में 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं।
एसआईआर प्रक्रिया का क्या महत्व है?
एसआईआर प्रक्रिया का उद्देश्य नकली, मृत और प्रवासी मतदाताओं को हटाकर मतदाता सूची को साफ करना है।
क्या कांग्रेस ने मतदान केंद्रों पर आपत्तियां दर्ज की थीं?
चुनाव आयोग के अनुसार, कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की।