क्या केंद्र सरकार एसएससी परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ियों की निष्पक्ष जांच कराएगी? : राजीव शुक्ला

सारांश
Key Takeaways
- एसएससी परीक्षा में गड़बड़ियों की शिकायतें बढ़ी हैं।
- राजीव शुक्ला ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
- प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया।
- परीक्षा नियंत्रित करने वाली एजेंसी की पारदर्शिता पर सवाल उठाए गए हैं।
- 13 अगस्त से एसएससी-सीजीएल परीक्षा का आयोजन होना है।
नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने एसएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से इसकी निष्पक्ष जांच कराने की अपील की है।
राजीव शुक्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "एसएससी परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ियों और अव्यवस्था से छात्रों में भारी रोष उत्पन्न हुआ है। सरकार को तुरंत निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक सुधार के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।"
एसएससी परीक्षा 24 जुलाई से आरंभ हुई थी और इसका आयोजन 1 अगस्त तक होना था। परीक्षा के दौरान अनेक गड़बड़ियों की शिकायतें आई हैं, जिनमें सर्वर क्रैश होना, सिस्टम का काम न करना और परीक्षा का अचानक रद्द होना शामिल हैं।
गड़बड़ियों, अनियमितताओं और कुप्रबंधन के खिलाफ गुरुवार को परीक्षार्थियों एवं शिक्षकों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया, उनका कहना था कि जब वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, तब पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाईं।
परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर बाउंसरों की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि, "हम कोई अपराधी नहीं हैं कि परीक्षा केंद्रों पर बाउंसर रखे जाएं। हम बेहतर सिस्टम की मांग कर रहे हैं, न कि दंगा कर रहे हैं।"
परीक्षा नियंत्रित करने वाली एजेंसी में बदलाव के कारण गड़बड़ियाँ हुई हैं। इस एजेंसी ने पारदर्शी और व्यवस्थित परीक्षा कराने में असफलता दिखाई है। इसका कॉन्ट्रैक्ट रद्द किया जाना चाहिए।
परीक्षार्थियों का कहना है कि एसएससी के निदेशक के साथ बैठक में अधिकारियों ने माना है कि तीन लाख उम्मीदवारों में से 55 हजार ने शिकायतें दी हैं। इतनी बड़ी संख्या में शिकायतें अव्यवस्था के बारे में बहुत कुछ कहती हैं।
13 अगस्त से एसएससी-सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) परीक्षा शुरू होने वाली है, जिसमें 30 लाख परीक्षार्थियों के शामिल होने की संभावना है। प्रदर्शनकारी इस परीक्षा के सफल आयोजन पर भी संदेह जता रहे हैं।