क्या कांग्रेस की सरकार बनी तो पीओके वापस लेगी?: उदित राज

सारांश
Key Takeaways
- उदित राज ने पीओके को पुनः प्राप्त करने का दावा किया।
- सुरक्षा चूक पर सरकार पर आरोप लगाए गए।
- एसआईआर प्रक्रिया पर स्पष्ट निर्णय की मांग की गई।
- विपक्षी दलों द्वारा मतदाता सूची में संभावित छेड़छाड़ का डर जताया गया।
- यदि निर्णय संतोषजनक नहीं होता, तो विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।
पटना, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा और राज्यसभा में चल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता उदित राज ने यह दावा किया है कि यदि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाती है, तो वे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को पुनः प्राप्त करेंगे।
मंगलवार को पटना में उदित राज ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकवादी हमले के संदर्भ में संसद में हो रही चर्चाओं पर उनकी प्रतिक्रिया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं देने का आरोप लगाया।
उदित राज ने पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर सरकार पर सुरक्षा में चूक और जवाबदेही की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहलगाम एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल होने के बावजूद, वहां पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं थे। इस हमले में आतंकवादियों ने हमारे नागरिकों का जीवन लिया। हमले के बाद आतंकवादी कहां चले गए, इस पर सरकार का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है।
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर कांग्रेस नेता ने कोर्ट से केवल सलाह नहीं, बल्कि इस मामले में स्पष्ट और निश्चित निर्णय देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया का उद्देश्य बेईमानी से चुनाव जीतना है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है। यह प्रक्रिया सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई है।
कांग्रेस और राजद जैसे विपक्षी दलों का आरोप है कि एसआईआर के माध्यम से गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं, जिससे उनके मताधिकार पर असर होगा।
उदित राज ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय संतोषजनक नहीं होता, तो कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।