क्या लाडली बहन योजना का ऐलान राजनीतिक लाभ के लिए किया गया है?: शशिकांत शिंदे

सारांश
Key Takeaways
- लाडली बहन योजना में भ्रष्टाचार के आरोप गंभीर हैं।
- शशिकांत शिंदे का कहना है कि यह योजना राजनीतिक लाभ के लिए है।
- कृषि मंत्री कोकाटे का रवैया गैरजिम्मेदाराना है।
- राष्ट्रीय मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
- सुरक्षा के मामलों में एकजुटता आवश्यक है।
मुंबई, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एनसीपी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने सुप्रिया सुले की 'लाडली बहन योजना' में भ्रष्टाचार के आरोपों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना का ऐलान केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया गया।
शिंदे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि सुप्रिया सुले द्वारा उठाए गए मुद्दे सत्य हैं। हमने इस विषय को विधानसभा में भी उठाया था। 2023 के चुनाव से पहले इस योजना का ऐलान कर इसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया। यह धन किसी पार्टी का नहीं, बल्कि जनता और राज्य का था, जिसे वोट बैंक बनाने के लिए बांटा गया। लाभार्थियों के नाम बाद में बदल दिए गए, कुछ नाम हटा दिए गए। यह पूरे सिस्टम और चुनावी प्रक्रिया का दुरुपयोग था।
उन्होंने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग पर कहा कि कोकाटे का रवैया पूरी तरह गैरजिम्मेदाराना है। सदन में गंभीर कृषि चर्चा चल रही थी और मंत्री महोदय वहां 'गेम' खेल रहे थे। इससे बड़ी लापरवाही क्या हो सकती है? यह राज्य सरकार की विफलता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को चाहिए कि ऐसे मंत्री से इस्तीफा लें, लेकिन ये केवल दिखावटी धमकियां हैं। कोकाटे जैसे लोगों को बचाया जा रहा है, क्योंकि सरकार को बहुमत के लिए उनका समर्थन चाहिए। अगर महाविकास आघाड़ी सरकार में ऐसा कुछ हुआ होता, तो तुरंत इस्तीफा लिया जाता। लेकिन आज की सरकार में मंत्री बेलगाम हो चुके हैं।
ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम के संबोधन को लेकर उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा चौंकाने वाला है कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध उन्होंने रुकवाया था। ट्रंप खुद ऐसे बयान देते हैं और फिर पलट भी जाते हैं। राहुल गांधी ने सही कहा है कि पीएम मोदी को सदन में बताना चाहिए कि ट्रंप का दावा झूठा है। मोदी सरकार संसद में जो बातें रख रही है, वो अगर ट्रंप के बयान से मेल नहीं खा रही तो सरकार को स्पष्टीकरण देना होगा। चाहे ऑपरेशन सिंदूर हो या 26/11 जैसे हमले, ऐसे राष्ट्रीय मुद्दों पर दलों को राजनीति नहीं करनी चाहिए। हमें आतंक के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए। जहां कोई चूक हुई हो, वहां बहस हो, समीक्षा हो, और जो गलत है, उसे सुधारा जाए। लेकिन सुरक्षा पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
सुप्रिया सुले द्वारा पीएम मोदी की तारीफ पर उन्होंने कहा कि सुले का प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व के बारे में दिया गया बयान बिल्कुल सही है। जब देश की बात हो, तो दल से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है। ऑपरेशन सिंदूर में शामिल बहादुर सैनिकों में हमारी नारी शक्ति थी, और उनमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थीं। खुद शरद पवार ने भी इस साहसिक भूमिका की तारीफ की थी।