क्या चार महीने में ममता बनर्जी बन जाएंगी पूर्व मुख्यमंत्री? सुवेंदु अधिकारी का बड़ा दावा
सारांश
Key Takeaways
- सुवेंदु अधिकारी का दावा ममता बनर्जी के भविष्य पर गंभीर सवाल उठाता है।
- एसआईआर प्रक्रिया में किसी भी भारतीय नागरिक का नाम नहीं हटाया गया है।
- हुमायूं कबीर की पार्टी आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण हो सकती है।
- राजनीतिक तुष्टिकरण की राजनीति पर चर्चा हो रही है।
- उत्तर प्रदेश से माइक्रो ऑब्जर्वर आने की ख़बर है।
कोलकाता, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने एसआईआर, रोहिंग्या मुद्दे, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों और हुमायूं कबीर की नई पार्टी पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में कितने रोहिंग्या हैं, इसका सच 14 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने सवाल उठाया कि एसआईआर को लेकर इतना डर क्यों फैलाया जा रहा है। आखिर इसमें डरने की क्या बात है? एसआईआर से ममता बनर्जी इतनी भयभीत क्यों हैं?
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से माइक्रो ऑब्जर्वर आ रहे हैं, फिर भी जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि एसआईआर को शुरू से ही जानबूझकर एनआरसी के रूप में पेश किया गया।
उन्होंने कहा, "पहले दिन से ही एसआईआर का विरोध किया गया और इसे एनआरसी बताया गया, ताकि लोगों में डर पैदा किया जा सके।"
सुवेंदु अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि एसआईआर प्रक्रिया में किसी भी भारतीय नागरिक का नाम मतदाता सूची से नहीं हटाया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि यह सब तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीएए और वक्फ बिल के समय जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हुए, सरकारी संपत्ति जलाई गई और लूटपाट हुई, उसी तरह का माहौल फिर से बनाने की कोशिश की जा रही है। मुस्लिम वोट को संगठित करने के लिए झूठी बातें फैलाई जा रही हैं।
सीएम ममता बनर्जी के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी सुवेंदु अधिकारी ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा, "चार महीने के अंदर ममता बनर्जी पूर्व मुख्यमंत्री बन जाएंगी।"
इस दौरान सुवेंदु अधिकारी ने हुमायूं कबीर की नई पार्टी पर भी टिप्पणी की। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि आगामी चुनाव में इसका कुछ न कुछ असर जरूर पड़ेगा, लेकिन पार्टी का नाम गलत रखा गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “असल में यह जमात उन्नयन पार्टी है।”
हुमायूं कबीर ने सोमवार को 'जनता उन्नयन पार्टी' के गठन की घोषणा की है।