क्या 'मेरे खिलाफ भी दर्ज करें केस' का संदेश देंगे उपमुख्यमंत्री अजित पवार?

सारांश
Key Takeaways
- अजित पवार का सख्त संदेश विकास कार्यों को बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाता है।
- हिंजेवाड़ी में जलभराव की समस्या को गंभीरता से लिया गया है।
- उपमुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण की जांच की।
पुणे, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को एक सख्त संदेश दिया। उन्होंने सुबह पुणे के हिंजेवाड़ी स्थित राजीव गांधी आईटी पार्क क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय समस्याओं की समीक्षा की। इस दौरान अजित पवार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि कोई व्यक्ति विकास कार्य में बाधा डालता है, तो उसके खिलाफ धारा 353 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए।
उन्होंने कहा, "यदि कोई व्यक्ति सरकारी काम में रुकावट डालता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। अगर मैं भी इस बीच में रुकावट बनूं, तो मेरे खिलाफ भी इसी धारा 353 के तहत मामला दर्ज करें।"
हिंजेवाड़ी का राजीव गांधी आईटी पार्क काफी प्रसिद्ध है। मानसून के दौरान पार्क में जलभराव के कारण नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ा है। अजित पवार ने सुबह 6 बजे ही हिंजेवाड़ी का दौरा शुरू किया और अवैध निर्माण के स्थलों का निरीक्षण किया।
इस दौरान, कुछ स्थानीय निवासियों ने अजित पवार से अनुरोध किया कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई न हो, लेकिन इस पर पवार भड़क गए।
उपमुख्यमंत्री ने पिंपरी चिंचवड के पुलिस कमिश्नर विनय कुमार चौबे को सूचित किया कि हिंजेवाड़ी आईटी पार्क और आस-पास के क्षेत्रों में विकास की आवश्यकता है और उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि यदि कोई बाधा उत्पन्न होती है, तो उसके खिलाफ धारा 353 के तहत कार्रवाई की जाए।
इसके बाद, अजित पवार ने पुणे में महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। उपमुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, "राजीव गांधी आईटी पार्क में स्थानीय समस्याओं और पुणे मेट्रो लाइन 3 परियोजना की समीक्षा की गई।"