क्या एसआईआर के माध्यम से नाम काटकर एनडीए ने बिहार चुनाव जीता?: जितेंद्र यादव
सारांश
Key Takeaways
- समीक्षा बैठक में हार के कारणों पर चर्चा हुई।
- एसआईआर के जरिए वोट काटने के आरोप लगे हैं।
- महिलाओं को 10 हजार रुपए की सहायता दी गई।
- कांग्रेस ने एनडीए पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए।
- राजनीतिक पारदर्शिता पर जोर दिया गया।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में मिली कड़ी हार के बाद नई दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें हार के कारणों पर गहन चर्चा की गई। इस संदर्भ में कांग्रेस नेता जितेंद्र यादव ने बताया कि बैठक में नेताओं को दस-दस करके बुलाया गया था और विचार-विमर्श किया गया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने एसआईआर के माध्यम से वोट काटकर चुनाव जीता है।
जितेंद्र यादव ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "बैठक में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। उन्होंने हमसे बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली। हमने एक-एक करके चुनाव के बारे में उन्हें जानकारी दी।"
जितेंद्र यादव ने कहा कि बिहार में चुनाव हारने की एक वजह एसआईआर भी है, क्योंकि हमारे यहां पूर्णिया में ही 50 हजार वोट काट दिए गए और फिर दूसरों के जोड़ दिए गए हैं। इस तरह का मामला सामने आया था, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए, एसआईआर के नाम पर एनडीए को जिताया गया है।
उन्होंने बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को दस हजार रुपए दिए जाने पर कहा कि एनडीए की जीत की एक वजह पैसा भी है। एनडीए ने चुनाव से पहले लोगों के खातों में दस-दस हजार रुपए देकर उनके वोट भी खरीद लिए थे। इस दौरान यह भी कहा गया था कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो 1.90 लाख रुपए दिए जाएंगे।
वहीं, बिहार में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, "ईवीएम, वोट चोरी, चुनाव से पहले 10 हजार रुपए महिलाओं के खातों में भेजना, चुनाव आयोग के नियमों के खिलाफ प्रचार-प्रसार करना और कई अन्य मुद्दों के कारण एनडीए को जीत मिली है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि बिहार में चुनाव को गलत तरीके से जीता गया है। एनडीए जनता को गुमराह करके अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहा है।"
नेपाल के नए मानचित्र के साथ 100 रुपए के नोट जारी करने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, "एशिया में भारत की मुद्रा की स्थिति व्यापार के लिए कमजोर है। यदि चीन से आयात बंद या कम किया जाता है, तो हमारे न्यूनतम स्तर के उत्पादन और व्यापार को भी और नुकसान होगा।"