क्या 'पिक्चर अभी बाकी है'? सिद्धारमैया और शिवकुमार की मीटिंग पर बोम्मई का तंज
सारांश
Key Takeaways
- कर्नाटक में कांग्रेस की आंतरिक कलह
- बसवराज बोम्मई का तंज
- राज्य के विकास पर ध्यान की कमी
- बेलगावी विधानसभा सत्र की रणनीति
- नाश्ते की बैठक का राजनीतिक महत्व
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच हुई नाश्ते की बैठक पर भाजपा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने तीखा कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि यह बैठक केवल एक टीजर है, असली फिल्म कुछ दिनों में प्रदर्शित होगी। बोम्मई ने चुटकी लेते हुए कहा, “पिक्चर अभी बाकी है।”
मंगलवार को नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में बोम्मई ने यह दावा किया कि कांग्रेस के भीतर की वास्तविक स्थिति जल्द ही उजागर होने वाली है। उन्होंने कहा, “ये दोनों नाश्ता करने में लगे हैं, तो जनता और राज्य के विकास के लिए कौन काम करेगा? एक कुर्सी खींच रहा है और दूसरा उसे पकड़े हुए है।”
कांग्रेस हाईकमान पर सवाल उठाते हुए बोम्मई ने कहा, “ढाई साल बीत चुके हैं लेकिन आंतरिक कलह खत्म नहीं हुई। हाईकमान कहां है? कौन है हाईकमान? जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खुद कह रहे हैं कि वे हाईकमान नहीं हैं, तो इस शब्द की क्या पहचान रह जाती है? यह तो पूरा मामला पारिवारिक हो गया है।”
नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने भी कांग्रेस सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य के पांच बड़े शहरों में पिछले 11 महीनों में गड्ढों के कारण 558 मौतें हुई हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, “गड्ढे यमराज की तरह लोगों की जान ले रहे हैं। सड़कें बेहद खराब हैं, लोग रोज गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, लेकिन उन्हें केवल सत्ता, नाश्ता बैठक और निजी लाभों की चिंता है। यह बहुत शर्मनाक है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उपमुख्यमंत्री शिवकुमार के घर पर नाश्ता किया, जहां उन्हें इडली और नटिकोलि सारू (चिकन ग्रेवी) परोसी गई। शिवकुमार के भाई और पूर्व सांसद डीके सुरेश तथा कांग्रेस विधायक एचडी रंगनाथ भी वहां उपस्थित थे।
शिवकुमार ने एक्स पर लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री का आज मेरे घर पर स्वागत किया। हमने सुशासन और विजन के तहत राज्य के निरंतर विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।”
शिवकुमार के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धारमैया ने कहा, “हम दोनों भाई की तरह हैं और मिलकर काम करेंगे।” जब उनसे पूछा गया कि शिवकुमार कब मुख्यमंत्री बनेंगे, तो उन्होंने उत्तर दिया, “जब हाईकमान निर्णय करेगा, तब वे मुख्यमंत्री बन जाएंगे।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी 8 दिसंबर से बेलगावी में शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र की रणनीति पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव और अन्य मुद्दों का सरकार पूरी मजबूती से सामना करेगी।