क्या 'प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना' से किसानों को लाभ होगा? : मुख्यमंत्री माणिक साहा

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना का शुभारंभ किया गया है।
- यह योजना 60,000 किसानों को लाभ पहुंचाएगी।
- कृषि उत्पादन में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- किसानों के लिए जीएसटी में सुधार किया गया है।
- यह योजना समृद्धि और कल्याण का एक नया युग लेकर आएगी।
अगरतला, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार को आरंभ की गई 'प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना' और 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन' से राज्य के किसानों को अनेकों लाभ होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के वर्चुअल भाषण को सुनने के बाद और कृषि क्षेत्र में 35,440 करोड़ रुपए की दो महत्वाकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ करने के बाद, लगभग 60,000 किसान इस योजना से लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत देश भर के 100 जिलों में उत्तरी त्रिपुरा जिला भी शामिल है।
साहा ने कहा, "त्रिपुरा के अन्य सात जिलों की तुलना में उत्तरी त्रिपुरा जिले में कृषि उत्पादन कम है। इन 100 जिलों में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की लगभग 36 केंद्र प्रायोजित योजनाएं लागू की जाएंगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में हालिया सुधारों और केवल दो कर स्लैब, 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत, तक सीमित होने से किसानों के लिए कई आवश्यक वस्तुओं की कीमतें काफी कम हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार का दिन देश के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। प्रधानमंत्री मोदी ने मां भारती के दो महान सपूतों, जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख की जयंती के अवसर पर 42,000 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया।
ये दो परियोजनाएं, प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (परिव्यय 24,000 करोड़ रुपए) और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन (परिव्यय 11,440 करोड़ रुपए), किसानों को सशक्त बनाने, कृषि उत्पादकता बढ़ाने, फसल विविधीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने में सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ और अन्य प्रमुख व्यक्तियों के साथ मुख्यमंत्री साहा ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में भारत का अनाज उत्पादन लगभग 40 प्रतिशत बढ़ा है, जिसका श्रेय केंद्र के निरंतर कृषि सुधारों और समर्थन को दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने राज्यों से उत्पादन को और बढ़ाने का आग्रह किया है ताकि भारत सभी प्रमुख फसलों के उत्पादन में वैश्विक अग्रणी बन सके।
साहा ने कहा कि दोनों परियोजनाएं देश भर के लाखों किसानों के लिए 'समृद्धि और कल्याण के एक नए युग' की शुरुआत करने के लिए बनाई गई हैं।