क्या प्रशांत किशोर को मिलेगा धोखा? केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का दावा

सारांश
Key Takeaways
- प्रशांत किशोर जन सुराज पार्टी के नेता हैं।
- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने उनकी रणनीति पर सवाल उठाए हैं।
- बिहार की राजनीति में पैसों की राजनीति का प्रभाव है।
- बिहार के लोग समझदार हैं और चुनावी चालाकियों से प्रभावित नहीं होंगे।
- सीएम नीतीश कुमार ने विकास के कई क्षेत्रों में सुधार किया है।
पटना, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर चुनावी दौड़ में हैं। उन्होंने पहले ही घोषित किया है कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस बीच, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने टिप्पणी की कि प्रशांत किशोर चुनाव में "टांय-टांय फिश" हो जाएंगे।
जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि सभी लोग समझते हैं कि प्रशांत किशोर पैसों की राजनीति करते हैं। वह एक बिजनेसमैन हैं। वह इधर-उधर घूम रहे हैं, लेकिन अंत में सब उन्हें धोखा देंगे। उन्होंने कहा कि पैसों के कारण कुछ युवा उनके चारों ओर घूम रहे हैं, जिससे उन्हें लग रहा है कि वह बड़े लोकप्रिय हो गए हैं।
जीतन राम मांझी ने स्पष्ट किया, "उनका बिहार में कोई मुद्दा नहीं है, और कोई काम नहीं है। चुनाव के समय वह आए हैं, लेकिन बिहार के लोग इतने नासमझ नहीं हैं कि कोई चुनाव के समय आएगा और उनके चक्कर में फंस जाएंगे। ऐसा बिहार चुनाव में नहीं होगा। इसलिए उनका वहां कुछ नहीं होगा। वह चुनाव में टांय-टांय फिश हो जाएंगे।"
तेजस्वी यादव के "जंगल राज" वाले बयान पर मंत्री ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में राज्य में "जंगल राज" था। यह अदालत ने भी पुष्टि की थी। फिर वह झूठ बोलते हैं कि आज भी "जंगल राज" है। आज "जंगल राज" कहां है? आज कोई घटना होती है तो आरोपी पर कार्रवाई होती है।
इस वर्ष के अंत में होने वाले बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, "बिहार में विपक्षी दलों के साथ कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। हम एनडीए के साथ हैं। बिहार के विकास की बात करें तो सीएम नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में बिजली, सड़क, शिक्षा और कानून-व्यवस्था में सुधार किया है।"