क्या प्यार से सभी को जीता जा सकता है? डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के गीत पर भाजपा नेता सीटी रवि का बयान

सारांश
Key Takeaways
- प्यार से जीते जाने की बात ने राजनीतिक चर्चा को बढ़ावा दिया है।
- डीके शिवकुमार का गाना एक राजनीतिक रणनीति है।
- भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
- संघ की राष्ट्र भक्ति पर कांग्रेस की आलोचना।
- राजनीति में रंग बदलना आम बात है।
बेंगलुरु, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार द्वारा विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का गीत 'नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे' गाने से राजनीतिक माहौल में बवाल मच गया है। इस पर आरोप-प्रत्यारोप का एक नया दौर शुरू हो चुका है। भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि "प्यार से सभी को जीता जा सकता है, लेकिन ताकत से नहीं।"
यह घटना तब हुई जब भाजपा नेता आर. अशोक ने शिवकुमार को उनके पुराने बयान की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह स्कूल के दिनों में आरएसएस की शाखाओं में जाते थे।
शिवकुमार ने जवाब में न केवल आरएसएस का गीत गाया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि वह जन्मजात कांग्रेसी हैं और उनका यह कदम विरोधियों को समझाने का था, न कि भाजपा में शामिल होने का संकेत।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, सीटी रवि ने कहा कि "प्यार से सभी को जीता जा सकता है, लेकिन ताकत से नहीं।"
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें नहीं पता कि शिवकुमार ने यह गीत क्यों गाया। राजनीति में रंग बदलना आम बात है। लोग कभी इस दल में होते हैं और कभी दूसरे का दामन थाम लेते हैं।
उन्होंने कहा कि संघ का गीत गाने के पीछे शिवकुमार का असली उद्देश्य क्या है, यह स्पष्ट नहीं है।
डिप्टी सीएम के बयानों पर उन्होंने तर्क करते हुए कहा कि वह कब क्या बोलते हैं, मुझे नहीं पता है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सीटी रवि ने कहा कि कांग्रेस संघ की आलोचना इसीलिए करती है, क्योंकि संघ राष्ट्रभक्ति का पाठ सिखाता है। संघ संस्कार देता है, हिन्दुत्व की बात करता है, सभी हिन्दुओं को एक होना चाहिए, ऐसी बातें करता है। यही बात कांग्रेस को अच्छी नहीं लगती है।
भाजपा नेता ने आगे दावा किया कि संघ के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। लेकिन, कांग्रेस को परिवारवाद की राजनीति पसंद है और इसे बचाने के लिए ही वह संघ की आलोचना करती है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर राष्ट्र सर्वोपरि हो जाएगा तो कांग्रेस के परिवारवाद की राजनीति का अंत हो जाएगा। भाजपा नेता का दावा है कि कांग्रेस अपनी परिवारवाद की राजनीति को बरकरार रखने के लिए संघ की आलोचना करती है।