क्या लालू यादव के राज में राहुल गांधी का बिहार आना संभव था?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में अब सुधार हुआ है।
- राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर सवाल उठाए गए।
- नीतीश कुमार की सरकार ने सुरक्षा में वृद्धि की है।
- राजनीतिक नाटक का आरोप लगाया गया है।
- बिहार में एनडीए की सरकार का भरोसा।
मोतिहारी, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संजय जायसवाल ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि वे पर्यटन करने आए हैं, आराम से करें।
उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में काफी सुधार हो चुका है, इसलिए आराम से घूमें। यदि वे लालू यादव के राज में आते, तो शायद उनका अपहरण हो जाता।
संजय ने मोतिहारी में मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार अब सुरक्षित हो गया है। यहां पर वे अच्छे से यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे ये लोग कितने भी सक्रिय हो जाएं, बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी और देश के विकास में बिहार की बड़ी भूमिका रहेगी।
इसी बीच, मंत्री अशोक चौधरी भी मोतिहारी पहुंचे और नरकटिया विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिए लगभग 107 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
मंत्री चौधरी ने राहुल-तेजस्वी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर कहा कि ये लोग भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां के लोगों का वोट काटानाटक कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को चुनाव में बिहार आना चाहिए। यदि पहले बिहार का दौरा किया होता, तो आज राजद इन पर हावी नहीं रहता।
बिहार में इस साल चुनाव होने हैं। चुनावी वर्ष में आयोग ने बिहार की मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने का निर्णय लिया है, जिसका विपक्ष विरोध कर रहा है।
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चुनाव आयोग पर कथित तौर पर 'वोट चोरी' का आरोप लगा रहे हैं। इसी संदर्भ में राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक के नेता 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं।