क्या राहुल गांधी एसआईआर के मामले में 'फुंसी को फोड़ा' बना रहे हैं?: अशोक चौधरी
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का आरोप है कि एसआईआर से देश में अफरा-तफरी मची है।
- अशोक चौधरी ने इसे बेबुनियाद कहा है।
- एसआईआर पहले भी कई बार हो चुका है।
- कोई भी बीएलओ को नहीं मारा जा रहा है।
- सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाबरी मस्जिद के मामले में स्पष्ट है।
पटना, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा किए गए एक्स पोस्ट ने राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि एसआईआर के नाम पर देश में अफरा-तफरी मच गई है और इस प्रक्रिया में १६ बीएलओ की मृत्यु हो गई है। इस पर बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी फुंसी को फोड़ा बना रहे हैं।
मंत्री अशोक चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एसआईआर पहली बार नहीं हो रहा है। यह पहले भी कई बार हो चुका है। राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे को उठाते जा रहे हैं, लेकिन यह सब बेबुनियाद है। उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे एसआईआर पहली बार हो रहा हो, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ। उन्होंने एक कहावत के माध्यम से बताया कि राहुल गांधी फुंसी को फोड़ा बना रहे हैं। उनकी बातें वोट चोरी जैसी बेकार की हैं।
राहुल गांधी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि यह एक नेचुरल मौत है, या शायद एक एक्सीडेंट है। मेरे पास पूरी जानकारी नहीं है। लेकिन इसके पीछे कोई साजिश नहीं है। किसी भी बीएलओ को नहीं मारा जा रहा है।
टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के ‘बाबरी मस्जिद’ वाले बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर साफ फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, किसी भी राजनीतिक पार्टी को इसे उठाना नहीं चाहिए। मेरे अनुसार, यह मुद्दा पूरी तरह से सुलझ गया है। जो कोई इसे अब उठा रहा है, उसका कोई असली इरादा नहीं है।
वहीं, राहुल गांधी के ट्वीट पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि यह जीता जागता उदाहरण है कि बिहार में भाजपा ने किस तरह से लोकतंत्र को समाप्त किया है। यह पूरे देश की जनता को समझने की आवश्यकता है कि जनता का राज चलेगा या पीएम मोदी का। भारतीय जनता पार्टी जिस तरीके से धांधली कर रही है, क्या यह सही है? बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में जनता का राज बताया गया है, लेकिन भाजपा वोट चोरी कर सरकार बना रही है। गरीब जनता को चार किलो चावल देकर एहसान जताया जा रहा है।