क्या रानी दुर्गावती की जीवनगाथा पढ़कर युवाओं को राष्ट्रहित का संकल्प लेना चाहिए?: अमित शाह

सारांश
Key Takeaways
- रानी दुर्गावती का जीवन साहस और बलिदान का प्रतीक है।
- उन्होंने मुगलों के खिलाफ संघर्ष किया।
- अमित शाह ने युवाओं को राष्ट्रहित का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया।
- उनकी गाथा हमें नारी शक्ति का महत्व समझाती है।
- युवाओं को प्रेरित करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को रानी दुर्गावती की जयंती के अवसर पर कहा कि देश के युवाओं को उनकी जीवन गाथा का अध्ययन करना चाहिए और राष्ट्रहित के प्रति संकल्पित होना चाहिए। उन्होंने रानी दुर्गावती को उनकी जयंती पर नमन किया।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि न्यायप्रिय शासन, प्रजावत्सलता और मातृभूमि की रक्षा की प्रतीक रानी दुर्गावती ने गोंडवाना को नारी शक्ति, राष्ट्रभक्ति और सेवाभाव का प्रेरणास्त्रोत बनाया। मैं रानी दुर्गावती को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा कि अदम्य साहस, पराक्रम और शक्तिशाली नेतृत्व के साथ मुग़ल शासकों को चुनौती देने वाली महान वीरांगना रानी दुर्गावती की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन। आपका शौर्य, स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति हमें प्रेरित करता रहेगा।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली महान वीरांगना, नारी शक्ति की अद्वितीय प्रतीक रानी दुर्गावती की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। उनका अटूट साहस, त्याग और बलिदान हमें राष्ट्र सेवा और धर्म की रक्षा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लिखा कि अपनी वीरता, दृढ़ता और साहस से अमर शौर्य गाथा लिखने वाली रानी दुर्गावती की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। मातृभूमि और स्वाभिमान की रक्षा के लिए मुगलों के खिलाफ उनका संघर्ष हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि बाज बहादुर की सेना को पराजित करने वाली अद्वितीय वीरता, साहस और पराक्रम की प्रतीक रानी दुर्गावती की जयंती पर उनके चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूं। जनजातीय गौरव, वीरांगना रानी दुर्गावती ने मातृभूमि के स्वाभिमान और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उनकी असाधारण वीरता की गाथाएं हमेशा हमें गौरवान्वित करती रहेंगी।