क्या रॉबर्ट वाड्रा राजनीति में खुलकर आना चाहते हैं?: नीरज कुमार
सारांश
Key Takeaways
- रॉबर्ट वाड्रा की राजनीति में रुचि बढ़ती जा रही है।
- नीरज कुमार ने उनकी बेचैनी पर टिप्पणी की है।
- चुनाव आयोग को लेकर सम्मान की आवश्यकता है।
- बिहार की जनता ने वोट चोरी के आरोपों को खारिज किया है।
- तेजस्वी यादव पर भी सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा के बिहार चुनाव और चुनाव आयोग पर दिए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा अब खुलकर राजनीति में आना चाहते हैं।
पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान नीरज कुमार ने कहा कि वे गांधी परिवार के सदस्य जरूर हैं, लेकिन क्या उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है? राजनीतिक सवालों पर इस तरह बेचैनी से प्रतिक्रिया देना साफ दिखाता है कि उनका मन अब खुलकर राजनीति में आने को बेताब है। नीरज कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। उस पर सवाल उठाने से पहले अपनी संपत्ति का होमवर्क तो पूरा कर लीजिए, संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना सीखिए।
एसआईआर का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। बिहार की जनता ने साफ कर दिया है कि वोट चोरी का आरोप लगाने वाले अब जनता की नजर में गिर चुके हैं। अब नजरें उठाने के लिए काम कीजिए, संवैधानिक संस्थाओं का अपमान बंद कीजिए।
पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही कथित कलह पर नीरज कुमार ने कहा कि रोहिणी आचार्य बेटी हैं, यह परिवार का अंदरूनी मामला है। तेजप्रताप यादव ने अपनी कलाई पर रक्षा-सूत्र बांध रखा है, इसलिए चिंता स्वाभाविक है। लालू प्रसाद ने खुद भरोसा दिलाया है कि यह सिर्फ पारिवारिक मामला है। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में रोहिणी का मुद्दा उठा है, तो उन्हें बयान देना पड़ा, ऐसा खबरों के माध्यम से पता चला है।
उन्होंने तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि राजद का जंगलराज नहीं, यह तो तेजस्वी का जंगलराज चल रहा है। उनका सहयोगी तो गैंगस्टर एक्ट का आरोपी है, जेल से छूटकर आया और अब राजद का मीडिया कोऑर्डिनेटर बन गया। यह जंगलराज नहीं तो क्या है? पहले लालू यादव का जंगलराज था, अब तेजस्वी का नया जंगलराज शुरू हो गया है। सहयोगी भी वही मिलते हैं जो गैंगस्टर एक्ट के आरोपी हों।