क्या शिक्षित व्यक्ति विस्फोट करे और भटका हुआ हो तो उसे गोली मार देनी चाहिए?: संजय उपाध्याय
सारांश
Key Takeaways
- संजय उपाध्याय का विवादास्पद बयान राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है।
- कांग्रेस पार्टी की राहुल गांधी के नेतृत्व में बार-बार हार पर सवाल उठाया गया है।
- बिहार में एनडीए की जीत को जनता का समर्थन बताया गया है।
मुंबई, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद द्वारा आतंकवादी डॉ. उमर को गुमराह युवक बताने के बाद से सियासत में उबाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इसका कड़ा विरोध किया है। भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने इमरान मसूद के बयान का जवाब देते हुए कहा कि यदि कोई शिक्षित व्यक्ति विस्फोट करता है और भटका हुआ है, तो ऐसे लोगों को सड़क पर गोली मार देनी चाहिए।
भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जघन्य अपराधी को भटका हुआ युवक बोलना कांग्रेस की पुरानी चालाकी है। यह नया भारत है, ऐसे शब्दों के झांसे में जनता नहीं आने वाली है।
संजय उपाध्याय ने बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे बिहार और देश में उत्साह है। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास नीतियों को अपनाया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को स्वीकार किया है। लोग कह रहे थे कि इतने लंबे कार्यकाल के कारण सत्ता विरोधी लहर एक चुनौती होगी, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार में चुनाव लड़ा गया। जिस प्रकार से प्रदेश की जनता ने मतदान किया, इससे स्पष्ट है कि बिहार की जनता जागरूक और खुश है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में 95 बार चुनाव हार चुकी है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को आत्मचिंतन करने और राहुल गांधी को समझाने की आवश्यकता है। देश की संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को बदनाम करके राजनीति नहीं की जा सकती।
वहीं, उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर कहा कि इन लोगों ने खुद को देश का राजा समझ लिया था। अभी भी ये उसी मानसिकता में हैं। इन्होंने देश के न्याय और चुनाव तंत्र को अपनी बपौती समझने का कार्य किया है। चुनाव हारने के बाद इस प्रकार की बातें उचित नहीं हैं। बिहार की जनता ने एनडीए को महाजीत दी है।