क्या देश के लिए एसआईआर जरूरी है? चुनाव में पारदर्शिता लाने की उम्मीद: राहुल सिन्हा
सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची का शुद्धिकरण आवश्यक है।
- चुनाव आयोग का एसआईआर अभियान पारदर्शिता लाएगा।
- बाहरी लोगों के नामों की शुद्धता महत्वपूर्ण है।
- सोशल मीडिया का प्रभाव आज के समय में महत्वपूर्ण है।
- भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिशें असफल होंगी।
कोलकाता, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चुनाव आयोग द्वारा 12 राज्यों में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान शुरू किया जाएगा, जिसका भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का यह कदम सही दिशा में है और इससे चुनावों में पारदर्शिता बढ़ेगी।
राहुल सिन्हा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि एसआईआर के माध्यम से मतदाता सूची से सभी गंदगी को हटाया जा रहा है। यह आवश्यक है कि इस मतदाता सूची का शुद्धिकरण सही तरीके से किया जाए। इसके लिए हम चुनाव आयोग को बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि यह कार्य सही तरीके से और अंतिम तक किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में बाहरी लोगों के नामों की अधिकता है, इसलिए यह काम जल्दी होना चाहिए ताकि देश की सच्चाई सामने आ सके।
पंजाब पुलिस द्वारा अखबार वितरण पर रोक लगाने के मुद्दे पर राहुल सिन्हा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कुछ भी छुपा नहीं सकते। आज का युग सोशल मीडिया का है और हर जानकारी तेजी से पहुंच रही है। जो भी न्यूजपेपर को रोकता है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि जब केजरीवाल अपनी भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए समाचारों पर रोक लगाते हैं, तो यह तानाशाही है। जनता इसका जवाब जल्द ही देने वाली है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मछली पकड़ने पर भाजपा नेता ने कहा कि यदि कांग्रेस देश को सशक्त बनाने के लिए काम करती तो बेहतर होता, लेकिन वे देश को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।
बिहार के मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या पर भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और इस घटना की जानकारी चुनाव आयोग को है। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।