क्या एसआईआर में पक्षपात हो रहा है? कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल का आरोप
सारांश
Key Takeaways
- उम्मेदाराम बेनीवाल ने एसआईआर में पक्षपात का आरोप लगाया।
- कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध कर रही है।
- मतदाता सूची में भाजपा के वोटर्स को जोड़ने का आरोप।
- वंदे मातरम् का महत्व आजादी के संघर्ष में।
- मोदी के बयान पर बेनीवाल की प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है। विपक्ष ने सरकार पर मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पक्षपात का आरोप लगाया।
उम्मेदाराम बेनीवाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "एसआईआर में पक्षपात हो रहा है, जिसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध कर रही है। एसआईआर के जरिए भाजपा अपने पक्ष के वोटर्स को मतदाता सूची में जोड़ रही है, जबकि कांग्रेस के वोटर्स को हटवा रही है। यह एक बहुत बड़े स्तर का षड़यंत्र है। ऐसे में कांग्रेस की मांग जायज है। पार्टी लंबे समय से इसका विरोध कर रही है।"
एक तरफ कांग्रेस कथित तौर पर वोट चोरी का आरोप लगा रही है। वहीं, दूसरी तरफ नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मोहम्मद रमजान ने आरोप पर सवाल उठाते हुए जम्मू-कश्मीर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के जीतने की बात की, जिस पर बेनीवाल ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, "अलग-अलग लोकेशन पर अलग-अलग परिस्थितियां बनती हैं। हाल ही में बिहार में बड़े स्तर पर लोगों के नाम काटे गए। कांग्रेस के वोटर्स के नाम बड़ी संख्या में कटे, जबकि भाजपा के वोटर्स के नाम जोड़े गए। ऐसे में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग परिस्थितियां काम करती हैं।"
वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर लोकसभा में चर्चा को लेकर उन्होंने कहा, "बिल्कुल चर्चा होनी चाहिए। वंदे मातरम् ने देश में नई क्रांति लाई और आजादी में उसकी बहुत बड़ी भूमिका रही। एक ऐसी भावना उत्पन्न हुई कि सभी आजादी की लड़ाई में एकसूत्र में बंधे।"
टीएमसी नेता के मुर्शिदाबाद में मुस्लिमों की आबादी के कारण बाबरी मस्जिद के निर्माण के बयान पर बेनीवाल ने कहा, "बाबरी मस्जिद पर कोर्ट का निर्णय सभी ने माना।"
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए हालिया बयान पर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद ने कहा, "पीएम मोदी सिर्फ हवा में बात करते हैं। पूरा देश यह जानता है।"