क्या तरुण चुघ का तंज सही है? सोनिया गांधी का नाम मतदाता सूची में कैसे आया?

सारांश
Key Takeaways
- तरुण चुघ ने सोनिया गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाए हैं।
- उन्होंने 1971 के युद्ध का उल्लेख किया है।
- राहुल गांधी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया गया है।
- सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर प्रक्रिया को सही बताया है।
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लोकतंत्र का हिस्सा हैं।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस) में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की नागरिकता पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सोनिया कई वर्षों तक प्रधानमंत्री निवास में विदेशी नागरिकता के साथ रहीं।
चुघ ने आरोप लगाया कि पीएम आवास में इटली की नागरिकता लेकर फर्जी वोट बनाना एक बड़ा घोटाला और धोखा है। उन्होंने यह भी पूछा कि राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि सोनिया गांधी का नाम मतदाता सूची में कैसे डाला गया, जबकि वह भारतीय नागरिक बनने से पहले विदेशी नागरिक थीं।
उन्होंने कहा, "राहुल जी, देश जानना चाहता है कि आपकी माताजी विदेशी नागरिक रहते हुए कई साल तक भारत के प्रधानमंत्री निवास में रहीं, जहां महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते थे।" उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान 1971 का युद्ध हुआ और कई महत्वपूर्ण चर्चाएँ हुईं, जबकि सोनिया इटली की नागरिक थीं।
तरुण चुघ ने राहुल पर आरोप लगाया कि वे झूठ और भ्रम फैलाते हैं। उन्होंने कहा, "अगर चाय ही पीनी है, तो 1971 के युद्ध के दौरान पीड़ित परिवारों के साथ चाय पीजिए, न कि केवल अपने आवास के पास।"
उन्होंने भोपाल गैस कांड से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर प्रक्रिया को मतदाता हितैषी बताते हुए राहुल गांधी जैसे नेताओं की राजनीति को समाप्त कर दिया है।