क्या विश्व ब्राह्मण कल्याण परिषद पूरे समाज के कल्याण के लिए कार्य करेगी? - कलराज मिश्र
सारांश
Key Takeaways
- परिषद का उद्देश्य सामाजिक समानता है।
- संस्कृत पाठशालाओं की कमी को दूर करना प्राथमिकता है।
- बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
- सभी वर्गों को एकजुट करना आवश्यक है।
- भारतीय संस्कृति का संरक्षण करना है।
नई दिल्ली, ८ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र को विश्व ब्राह्मण कल्याण परिषद का नया अध्यक्ष चुना गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संगठन का नाम ब्राह्मण परिषद है, लेकिन इसका उद्देश्य केवल ब्राह्मण समाज तक सीमित नहीं है। परिषद पूरे समाज के समग्र कल्याण, समानता और सद्भावना के लिए कार्य करेगी।
कलराज मिश्र ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि परिषद का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति, परंपरा और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि संगठन के माध्यम से देश में भारतीय संस्कृति के संरक्षण और लोगों में परंपराओं और नैतिक मूल्यों को सशक्त करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे। परिषद सामाजिक समानता और सद्भावना को अपने मूल सिद्धांत के रूप में लेकर कार्य करेगी। समाज के वंचित वर्गों की सहायता और बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग देना हमारी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें पहले से ही अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं, जिनका लाभ लेकर लोग आत्मनिर्भर बन सकते हैं। परिषद का कार्य इन योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना और उन्हें इनसे जोड़ना होगा।
कलराज मिश्र ने कहा कि आज देश में संस्कृत पाठशालाओं की भारी कमी है। परिषद इस दिशा में काम करेगी ताकि लोग संस्कृत भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रति आकर्षित हों। परिषद समाज के सभी वर्गों, ब्राह्मणों समेत सभी समाज को साथ लेकर कार्यक्रमों की रचना करेगी। इसका उद्देश्य आपसी समन्वय और सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना को सशक्त करना है।
मिश्र ने कहा कि ब्राह्मण समाज को संगठित होकर पूरे समाज के कल्याण के लिए आगे आना चाहिए। जब सभी वर्ग एक-दूसरे के प्रति सम्मान और सद्भाव के साथ आगे बढ़ेंगे, तभी वास्तविक सामाजिक विकास संभव होगा। यही कारण है कि विश्व ब्राह्मण कल्याण परिषद का गठन किया गया है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि परिषद भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी और आने वाले समय में समाज के सर्वांगीण विकास में अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाएगी।