क्या विधायक सतीश दास का टिकट खतरे में है? लालू-राबड़ी आवास पर कार्यकर्ताओं का विरोध

सारांश
Key Takeaways
- सतीश दास का टिकट खतरे में है।
- राजद कार्यकर्ताओं का असंतोष बढ़ रहा है।
- राबड़ी देवी ने शांतिपूर्ण संवाद की अपील की।
- बिहार चुनाव में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
- कार्यकर्ताओं ने विकास कार्यों की कमी का विरोध किया।
पटना, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राजनीतिक गतिविधियां अपने चरम पर हैं। चुनाव की प्रशासनिक तैयारियों के साथ-साथ राजनीतिक दलों और नेताओं की रणनीतियां भी तेज हो गई हैं। लेकिन इस बार का माहौल कुछ अलग नजर आ रहा है।
जहां पहले कार्यकर्ता टिकट की दावेदारी के लिए नेताओं के पास जाते थे, वहीं इस बार मौजूदा विधायकों के टिकट कटवाने की होड़ मची हुई है। इसका एक ताजा उदाहरण शनिवार को पटना में देखने को मिला, जब लालू-राबड़ी आवास पर राजद कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।
शनिवार को पटना स्थित लालू-राबड़ी आवास पर मखदुमपुर से आए राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए मौजूदा विधायक सतीश कुमार दास के खिलाफ अपना विरोध जताया। कार्यकर्ताओं ने सतीश दास के खिलाफ 'सतीश दास मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए। उनका कहना था कि मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र में अभी तक कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ है और मौजूदा विधायक लोगों की समस्याओं को सुनने या उन्हें हल करने में भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
मखदुमपुर के कार्यकर्ताओं का यह गुस्सा साफ दिखाता है कि वे अपने क्षेत्र में बदलाव चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से मांग की कि मौजूदा विधायक को टिकट न दिया जाए और राजद अपनी चुनावी रणनीति में इस बात का ध्यान रखे।
इस स्थिति को देखते हुए राजद की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने उन्हें समझाने की कोशिश की और शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने की अपील की।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह घटना पार्टी के लिए एक चुनौती भी है, क्योंकि कार्यकर्ताओं का असंतोष मौजूदा विधायकों के खिलाफ मतभेद को बढ़ा सकता है और पार्टी की चुनावी ताकत को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे को सुलझाने और कार्यकर्ताओं व नेताओं के बीच तालमेल बनाए रखने की कोशिश में जुटा हुआ है।