क्या युवा चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार रहेंगे? : सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी
सारांश
Key Takeaways
- युवाओं को चुनौतियों का सामना करने की तैयारी करनी चाहिए।
- परिवर्तन ही एक स्थायी सच्चाई है।
- नवाचार और ईमानदारी को प्राथमिकता दें।
- भारतीय सेना के मूल्यों को अपनाएं।
- समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें।
नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने युवाओं को चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। उन्होंने बदलते वैश्विक परिवेश और तेज तकनीकी परिवर्तन की जानकारी युवाओं के बीच साझा की।
उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में परिवर्तन ही एकमात्र स्थायी सच्चाई है और जो लोग इसे अपनाते हैं, वही आगे बढ़ते हैं। जनरल द्विवेदी ने नई दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के 27वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। वे इस अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में उपस्थित रहे। समारोह में उन्होंने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया तथा स्नातक हो रहे विद्यार्थियों को डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए।
यहां छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए, जनरल द्विवेदी ने भारतीय सेना के मूल्यों, अनुशासन, समर्पण, साहस, निष्ठा और टीमवर्क का उदाहरण दिया। उन्होंने छात्रों को जीवन में इन सिद्धांतों को अपनाने की प्रेरणा दी।
उन्होंने यह भी कहा कि सेना का वैल्यू सिस्टम कठिन परिस्थितियों में भी सकारात्मक दृष्टिकोण, दृढ़ इच्छाशक्ति और समाधान खोजने की क्षमता विकसित करता है। यही गुण युवा प्रबंधकों और भविष्य के नेताओं को भी अपनाने चाहिए।
जनरल द्विवेदी ने संबोधन की शुरुआत में छात्रों, उनके अभिभावकों और नई दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के शिक्षकों को उनकी उपलब्धियों और उल्लेखनीय योगदान के लिए बधाई दी।
उन्होंने नई दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की शैक्षणिक उत्कृष्टता, उद्योग से जुड़ाव और वर्षों से बनाए रखी गई निरंतर उपलब्धियों की सराहना की। दीक्षांत समारोह में 'नेविगेटिंग चेंज: द रियल कॉन्स्टेंट' विषय पर प्रेरक संबोधन दिया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता विकसित करें, नवाचार को अपनाएं और हमेशा अपने चरित्र, ईमानदारी और नैतिक मूल्यों को प्राथमिकता दें।
समारोह के अंत में दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट प्रबंधन ने सेना प्रमुख का विशेष आभार व्यक्त किया और कहा कि उनका संबोधन छात्रों के लिए न केवल प्रेरणादायक रहा, बल्कि उन्हें बदलते वैश्विक कारोबारी और तकनीकी परिदृश्य को समझने की नई दिशा भी प्रदान करता है। यह दीक्षांत समारोह संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर रहा, जो युवाओं को राष्ट्र निर्माण और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में प्रेरित करता है।