क्या लाल किला ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने वाले दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई?
सारांश
Key Takeaways
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- जांच जारी है और अधिकारियों की नजर इस पर है।
- सरकार पीड़ितों की मदद करने के लिए कदम उठाएगी।
- 2005 के सरोजनी मार्केट ब्लास्ट से सबक लिया जाएगा।
- सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में सोमवार को लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट पर एनडीए के नेताओं ने कहा कि जांच चल रही है। इस घटना के पीछे जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह निश्चित रूप से बहुत दुखद है, लेकिन संबंधित अधिकारी कड़ी नजर रख रहे हैं और जांच जारी है।
जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया है। एनआईए, फोरेंसिक टीम और दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। बहुत जल्द इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदार संगठनों या व्यक्तियों का पर्दाफाश किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
सरोजिनी नगर मिनी मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि दिल्ली में हम पीड़ितों की मदद के लिए काम करते हैं। 2005 में जब मैं सरोजिनी नगर विस्फोट में जीवित बचा था, तब हमने सभी विस्फोट पीड़ितों की मदद के लिए साउथ एशियन फोरम पीपल अगेंस्ट टेरर नामक एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की स्थापना की थी।
उन्होंने कहा कि सरकारी मुआवजा तो दिया जाता है, लेकिन उसे पाना बहुत मुश्किल होता है। जब हमने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास इस विस्फोट के बारे में सुना, तो हमें अपने पिछले अनुभवों से पता था कि पीड़ितों के पास अक्सर मृतकों को ले जाने के लिए वाहन या एम्बुलेंस सेवाएं नहीं होती हैं। हम वाहनों और एम्बुलेंस की व्यवस्था करेंगे और पीड़ितों को मुआवजा दिलाने में मदद करेंगे। साथ ही घायलों के इलाज में भी मदद करेंगे।
2005 के सरोजनी मार्केट ब्लास्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं भी नहीं बच पाता। मैं खुद वहां से दो मिनट पहले ही निकला था। जूस कॉर्नर के पास ब्लास्ट हुआ था। धनतेरस का दिन था, लाखों की तादाद में भीड़ थी। चारों तरफ आग लग गई थी। दमकल विभाग की गाड़ी आई तब लोगों को निकाला गया। यह जो ब्लास्ट हुआ है, उससे हम सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।