क्या लालू प्रसाद यादव को अपने बेटे तेजस्वी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए? नीरज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- नीरज कुमार का तेजस्वी यादव के खिलाफ बयान महत्वपूर्ण है।
- लालू परिवार पर सीबीआई और ईडी के समन आने का यह पहला मामला नहीं है।
- बेटे के अनुशासनहीनता पर पिता को कार्रवाई करनी चाहिए।
पटना, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता नीरज कुमार ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि लालू परिवार के लिए नोटिस कोई नई बात नहीं है। इस परिवार के खिलाफ सीबीआई, ईडी और कोर्ट के समन भी आते रहते हैं। यह नोटिस उनके लिए जैसे श्रृंगार की तरह हैं।
जदयू प्रवक्ता ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से आग्रह किया कि वह तेजस्वी यादव पर कार्रवाई कर एक नजीर पेश करें।
तेजस्वी के दो वोटर आईडी कार्ड के मामले को लेकर नीरज कुमार ने इसे अनैतिक और विपक्ष के नेता के तौर पर अनुचित आचरण बताया। उन्होंने लालू यादव को चुनौती दी कि यदि वह साहस दिखाना चाहते हैं, तो तेजस्वी के खिलाफ कार्रवाई कर एक मिसाल कायम करें, जैसे कि उन्होंने पूर्व में पटना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की सदस्यता समाप्त कर के किया था।
सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि बेटा अपराध करता है, तो लालू प्रसाद यादव को पिता के तौर पर अनुशासन का डंडा चलाना चाहिए।
इंडी अलायंस की बैठक के संदर्भ में उन्होंने कहा कि बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का मुद्दा प्रमुख रहेगा। इस बैठक में घटक दलों को तेजस्वी यादव के दो वोटर आईडी रखने के मामले पर रुख स्पष्ट करना चाहिए। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के सोशल मीडिया पोस्ट पर भी चर्चा होनी चाहिए, जिसमें उन्होंने बिहार में 65 लाख मतदाताओं के नाम हटने और तमिलनाडु में 6.5 लाख प्रवासी मतदाताओं को जोड़े जाने की बात को चिंताजनक बताया।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के सोशल मीडिया पोस्ट को नीरज कुमार ने भ्रामक और तथ्यात्मक रूप से गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में अभी एसआईआर की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। चिदंबरम ने तमिलनाडु में बिहार और उत्तर प्रदेश के मतदाताओं पर सवाल उठाए, लेकिन जब तमिलनाडु और दक्षिण भारत की महिलाएं बिहार में नर्सिंग सेवाएं देने आईं, तो क्या उनके मतदान अधिकार पर कभी सवाल उठा? उन्होंने पूछा कि क्या बिहार में यह कभी बहस का मुद्दा बना? नीरज ने नीतीश कुमार के शासन में बिहार की बदलती स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि बिहार के लोग तमिलनाडु में उच्च पदों पर हैं, फिर भी उनके वोटिंग अधिकारों पर सवाल उठाना कांग्रेस के बदलते राजनीतिक चरित्र को दर्शाता है।
उन्होंने कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टी बनने की ओर अग्रसर बताया और कहा कि मतदान का अधिकार संविधानिक है, जो राहुल गांधी या चिदंबरम की दया पर निर्भर नहीं।
एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड के सनातन धर्म पर दिए गए विवादास्पद बयान को नीरज कुमार ने राजनीति से प्रेरित बताया है।
उन्होंने आव्हाड को नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे नेताओं को राजनीति छोड़कर आध्यात्मिक उपदेशक की भूमिका निभानी चाहिए। आव्हाड को ज्ञान का शिविर लगाना चाहिए। देश का संविधान सभी धर्मों का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि बौद्ध, जैन और सिख धर्म की उत्पत्ति भी सनातन परंपराओं से हुई है।