क्या भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने धीरेंद्र शास्त्री की राष्ट्रगीत वाली अपील का स्वागत किया?

सारांश
Key Takeaways
- सभी धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गाने की अपील।
- रामेश्वर शर्मा का समर्थन, जो एक सकारात्मक पहल है।
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का प्रयास।
- धर्मों के बीच समानता का संदेश।
- स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की याद दिलाना।
भोपाल, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रामेश्वर शर्मा ने शुक्रवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वेर धीरेंद्र शास्त्री की अपील का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने सभी धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गाए जाने का सुझाव दिया।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह एक विशेष कदम है, जिसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के करोड़ों लोगों ने, चाहे वे हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हों, स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ बलिदान किया है। इस तथ्य को समझना सभी के लिए आवश्यक है।
शर्मा ने कहा कि यह देश हम सभी का है और हमें यह एहसास होना चाहिए कि कितनी कठिनाइयों का सामना करने के बाद हमने यह स्वतंत्रता पाई है। धीरेंद्र शास्त्री का सभी धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गाने का सुझाव स्वागत योग्य है।
उन्होंने जोड़ा कि धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गाना, उसी तरह है जैसे हम किसी मंदिर, मस्जिद या गुरु दवारे में जाते हैं। जैसे हम वहां लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं, उसी तरह राष्ट्रगीत गाना भी हमारे सबके हित में है।
पिछले वर्ष नवंबर में, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि मंदिरों में आरती के बाद राष्ट्रगीत गाया जाना चाहिए और यही मस्जिदों में भी होना चाहिए। इससे यह स्पष्ट होगा कि कौन देशद्रोही है और कौन देशभक्त है। यह सभी समुदायों के लिए साझा सम्मान को दर्शाता है और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दे सकता है।